*Chandigarh Shines in Swachh Survekshan 2024–25; Enters the Super Swachh League Cities*

शैड्यूल के अनुसार सभी विभाग 31 मार्च तक प्रशिक्षुओं की नियुक्ति करना करें सुनिश्चित : उपायुक्त अजय सिंह तोमर

– राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन (एनएपीएस) के तहत स्टाफ के 10 प्रतिशत प्रशिक्षु रखना जरूरी
– उपायुक्त ने की राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना की प्रगति की समीक्षा
सिरसा, 15 मार्च।


उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा कि सभी विभाग अपने कर्मचारियों की संख्या का 10 प्रतिशत आईटीआई प्रशिक्षुओं की नियुक्ति सुनिश्चित करें और यह कार्य 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाए। शिक्षुता अधिनियम 1961 के तहत एनएपीएस स्कीम में सभी सरकारी विभागों में कुल कर्मचारियों का 10 प्रतिशत प्रशिक्षु लगाना अनिवार्य है। सभी विभाग नियमानुसार प्रशिक्षुओं की नियुक्ति करें और प्रोफाइल को अपडेट करना सुनिश्चित करेें। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभागों में स्टाफ संख्या के अनुसार प्रशिक्षुओं को नियुक्त करवाएं।


उपायुक्त मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में जिला शिक्षुता कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने शिक्षुता अधिनियम के बारे में जरूरी निर्देश दिए तथा योजना के तहत किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में प्रिंसिपल एवं सहायक शिक्षुता सलाहकार राजकीय औद्योगिक संस्थान लाल चंद रिवाडिया, प्लेसमेंट ऑफिसर राम कुमार सहित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।


उन्होंने कहा कि नए नियमों के अनुसार विभाग अपने कर्मचारियों के अनुसार निर्धारित संख्या में प्रशिक्षु लगा सकते हैं, जिसमें 5 प्रशिक्षण सीटें फ्रेशर व स्किल सर्टिफिकेट होल्डर प्रशिक्षुओं के लिए रिजर्व रखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिन प्रतिष्ठानों द्वारा अभी तक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया है वे पोर्टल तुरंत पंजीकृत करवाएं। इसके अलावा जिन विभागों की प्रोफाइल लॉगइन की समस्या आ रही है वे तुरंत आईटीआई से संपर्क करके अपनी प्रोफाइल नए पोर्टल पर अपडेट करवाएं।


प्राचार्य एवं सहायक शिक्षुता सलाहकार लालचंद रिवाडिय़ा ने कहा कि किसी भी विभाग को पोर्टल से संबंधित किसी प्रकार की समस्या आ रही है तो वे आईटीआई सिरसा में संपर्क करके इसका समाधान करवाएं। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि विभाग द्वारा जारी किए गए नए शेड्यूल के अनुसार सभी प्रतिष्ठान प्रशिक्षु रखें। इसके अलावा प्रशिक्षु लगे प्रशिक्षणार्थियों को स्टाइफंड राशि सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार दी जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हैं वे आईटीआई सिरसा में संपर्क कर सकते हैं, समस्या का तत्परता से निदान किया जाएगा।