शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के चहुमुंखी विकास में सहायक प्राचार्य
राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक की अध्यक्षता में कुरुक्षेत्र के लिए एक दिन का शैक्षणिक भ्रमण का सफल आयोजन किया गया।
प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने अपने संबोधन में कहा की शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के चहुमुंखी विकास में सहायक है। ऐसे भ्रमण प्रत्येक शैक्षणिक संस्था द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित करवाने चाहिए। शैक्षणिक भ्रमण के प्रभारी डॉक्टर प्रदीप कुमार संस्कृत विभाग के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में विद्यार्थियों ने कुरुक्षेत्र में विभिन्न दर्शनीय स्थलों के दर्शन किए। सर्वप्रथम विद्यार्थियों ने छठ बादशाही गुरुद्वारा के दर्शन किए। तदंतर कृष्ण संग्रहालय मनोरमा और ब्रह्म सरोवर का भ्रमण किया। कृष्ण संग्रहालय महाभारत का जीवंत रूप प्रस्तुत करता है जिससे विद्यार्थियों को भारत को गौरवान्वित करने वाले इतिहास का ज्ञान हुआ। गीता का उपदेश कर्मणि एवं अधिमारस्ते का उपदेश भी वही कुरुक्षेत्र की भित्ति क्षेत्र पर लिखा था जिससे विद्यार्थियों को जीवन में उन्नत कर्म करने की प्रेरणा मिली। मनोरमा संग्रहालय में विद्यार्थियों ने अद्भुत विज्ञान के पदार्थ का आनंद प्राप्त किया। इसके बाद विद्यार्थियों ने लगभग ब्रह्म सरोवर का भ्रमण किया और विभिन्न पदार्थों के दर्शन भी किये। अंत में धरोहर हरियाणा संग्रहालय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र का भ्रमण किया। इस भ्रमण में कुल 50 विद्यार्थी गए जिसकी रूपरेखा महाविद्यालय के वाइस प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉक्टर गुलशन कुमार द्वारा तैयार की गई।