शिक्षा से ही खुशहाल समाज व सशक्त राष्टï्र का निर्माण संभव : बिजली मंत्री रणजीत सिंह
– बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने किया विभिन्न गांवों का दौरा, विकास कार्यों का किया उद्घाटन
हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि शिक्षा के बिना खुशहाल समाज व सशक्त राष्टï्र का निर्माण संभव नहीं है। उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा के माध्यम से युवा अपना बेहतर भविष्य बना सकते हैं और परिवार के नाम के साथ-साथ अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ कर सकते हैं। खारियां का डा. एपीजे कलाम कोचिंग सैंटर बच्चों को आगे ले जाने की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है। यहां के बच्चे प्रदेश के अनेकों संस्थानों में कार्यरत हैं और इनके बेहतर भविष्य के लिए संस्थान को सुविधाओं आदि के लिए 21 लाख रुपये देने की घोषणा करता हूं।
बिजली मंत्री सोमवार को खारियां के राजकीय हाई स्कूल में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे। इससे पहले बिजली मंत्री का गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूलमाला पहना कर जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आधुनिकता का जमाना है और पूरी दुनिया तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ रही है। शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान के माध्यम से युवा निश्चित रुप से अपने लक्ष्य को पाने में सफल होंगे। प्रदेश सरकार द्वारा उच्च व तकनीकी शिक्षा की दिशा में बेहद कारगर कदम उठाए जा रहे हैं, जिनके सराहनीय परिणाम सामने आ रहे हैं। शिक्षक के साथ-साथ अभिभावक भी बच्चों को शिक्षा के अलावा खेल व अन्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें। समय-समय पर बच्चों से सकारात्मक संवाद करते हुए उन्हें जीवन में आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित करें।
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने चक्कां में 25 लाख रुपये की लागत से बनी मैन गली व नथोर में विधायक आदर्श ग्राम योजना के तहत लगभग 50 लाख रुपये की लागत से बनी गली का उद्घाटन किया। इसके अलावा बिजली मंत्री ने गांव नाइवाला में एचजीवीवाई योजना के तहत 13 लाख रुपये की लागत से बने मैन रोड़ से ढाणी अवतार सिंह खेतों के रास्ते का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में सबका साथ-सबका विकास की नीति पर चलते हुए बिना भेदभाव के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। सरकार की योजनाओं का लाभ सरलता से आमजन को मिले इसके लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को लाभ दिया जा रहा है जिससे उन्हें मुख्यधारा में शामिल किया जा सके।