वाणिज्य सप्ताह के अन्तर्गत एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव कार्यक्रम का आयोजन, विदेश व्यापार निर्यात प्रोत्साहन योजना को लेकर की गई चर्चा
आजादी का अमृत महोत्सव एवं वाणिज्य सप्ताह के अन्तर्गत विदेश व्यापार निर्यात प्रोत्साहन योजनाएं को लेकर स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में उप निदेशक जिला उद्योग केंद्र ज्ञान चंद्र लांग्याण, जिला एमएसएमई के सहायक निदेशक गुरप्रताप सिंह, एलडीएम सुनील कुकरेजा, उद्योगपति आरके जलान, हरपाल सिंह, अनील बग्गा, राज कुमार, बिमल सिंवर, चंद्र शेखर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार ने कहा कि एक्सपोर्टर्स कॉन्क्लेव का उद्देश्य जिले से उत्पादों एवं सेवाओं का निर्यात करना, निर्यातकों को सरकार द्वारा सभी स्तरों पर प्रदान किये जा रहे है, सहयोग के बारे में जागरूक करना तथा भविष्य में निर्यात की संभावनाओं के लिए रोडमैप तैयार करना, निर्यात का विकेन्द्रीकरण करना व जिले को एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करना है। उन्होंने कहा कि इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ निर्यात को बढ़ावा देना है। जिला सिरसा में ग्वार पाउडर, कॉटन, वुडन क्राफ्ट का भी निर्यात किया जा सकता है। इसके अलावा भी जिला में निर्यात के लिए अनेक विकल्प खुले हैं। जिला में बागवानी क्षेत्र में निर्यात की अपार संभावनाएं है। उन्होंने उद्योग विभाग से कहा कि वे ऐसे उद्योगों को प्रमोट करें जो बागवानी और सब्जी के क्षेत्र से जुड़े हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि परंपरागत फसलों के अलावा भी जिला में व्यापार के लिए संभावनाएं तलाशनी होगी। इसके लिए हमें चाहिए कि हम प्लास्टिक, पेय पदार्थों के निर्यात के मामले में आगे बढ़े। सरकार भी ऐसे उद्योगों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार ने प्रत्येक ब्लॉक में कोई न कोई उद्योग स्थापित करवाने का निर्णय लिया है। वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग भी उद्यमियों को प्रोत्साहित करें और उन्हें सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं का लाभ भी दिलवाए।