वाटर टैंक से पाइप लाइन बिछा कर थापली गांव लोगों के लिए पानी की करें व्यवस्था – डा. यश गर्ग
उपायुक्त ने फोरेस्ट विभाग को डंगा लगाने के अधूरे काम को पूरा करने के दिए निर्देश
उपायुुक्त ने सभागार में आयोजित समाधान शिविर में सुनीं आमजन की समस्याएं
पंचकूला, 9 जुलाई – उपायुक्त डा. यश गर्ग ने गांव थापली सरपंच सुनील कुमार की शिकायत पर जनस्वास्थ्य विभाग को कहा कि थापली गांव में पाइप लाइन ही नहीं डाली गई है। वाटर टैंक से पाइप लाइन बिछाकर ग्रामीणों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की जाए। उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को शाम तक रिपोर्ट पेश करने के लिए निर्देश दिए।
उपायुुक्त डा. यश गर्ग आज लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित समाधान शिविर में आमजन की समस्याएं सुन रहे थे। उपायुक्त ने शिकायतों के निवारण के लिए संबन्धित अधिकारियों को उचित निर्देश दिए।
डा. यश गर्ग को गांव थापली सरपंच सुनील कुमार ने शिकायत में बताया कि गांव में पीने की पानी की काफी समस्या बनी हुई है। गांव में वाटर टैंक बना हुआ है, लेकिन पाइप लाइन नहीं डाली गई। उन्होंने बताया कि गांव में बिजली की तारें नीचीं हैं, उनको उपर करवाया जाना है। नीची तारों के टूटने का भय बना रहता है। इसके अलावा पुल के पास दो राइडर दोबारा से शुरू करवाने की गुहार लगाई। उपायुक्त ने इस शिकायत पर संबन्धित अधिकारियों को समाधान करने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों ने धर्मशाला पर किए कब्जे को छुड़वाने की मांग
उपायुक्त को गांव नाडा साहब के ग्रामीणों ने शिकायत में बताया कि गांव में बनी धर्मशाला पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। इस मामले में नगर निगम और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। ग्रामीणों ने धर्मशाला पर किए गए अवैध कब्जे को कटवाने की गुहार लगाई।
गांव सोलहां निवासी फतेह सिंह ने बताया कि उनके गांव में डैम बना हुआ है। डैम में पानी भी है, लेकिन पाइप लाइन ना होने के कारण उनके खेतों में पानी की सप्लाई नहीं आ रही है। पूरी खेती बरसाती पानी पर ही निर्भर है। वो कुल पानी का एक तिहाई हिस्सा ही प्रयोग कर पाते हैं। उपायुक्त ने खेतों तक पूरा पानी पहुंचाने के निर्देश दिए।
पीपीपी में गलती की वजह से बच्चों का एक साल हुआ खराब
डा. यश गर्ग को महिला भूपेंद्र कौर ने बताया कि परिवार पहचान पत्र के कारण उसके बच्चों का दाखिला नहीं हो पा रहा है, जिस कारण से बच्चों की पढ़ाई का एक साल बीच में खराब हो गया। उन्होंने परिवार पहचान पत्र में हुई गलती को ठीक करने की गुहार लगाई।
ग्रामीण कृष्ण लाल ने शिकायत में बताया कि फोरेस्ट विभाग ने उनके गांव में डंगा लगाने का काम शुरू किया था। विभाग ने इस काम को पिछले वर्ष ही बीच में छोड़ दिया। इस बार भी बरसात का सीजन शुरू होने को है, लेकिन डंगा को पूरा करने का काम दोबारा से शुरू नहीं किया गया है।
पंचायती जमीन पर कब्जा करने वालों पर हो कार्रवाई
उपायुक्त को खड़कुआ निवासी गुरमीत सिंह ने शिकायत में बताया कि गांव की पंचायती जमीन पर कुछ लोगों ने पक्के मकान बनाकर कब्जा किया हुआ है और अन्य लोग मौजूदा समय में कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने पंचायती जमीन पर कब्जा करने वालों से कब्जा हटवाकर कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगाई। उपायुक्त ने मामले की जांच जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी को सौंपी।
ठेकेदार जितेन्द्र कुमार ने शिकायत में बताया कि उसने पब्लिक हेल्थ के आदेश पर पीने के पानी के टैंकरों की सप्लाई की थी। विभाग द्वारा उसको एक बार पैसे देने के बाद दोबारा से पेमेंट नहीं दी है। उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य विभाग को इस मामले की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने हादसे से पहले पेड़ काटने के दिए निर्देश
उपायुक्त को महिला नीलम देवी ने बताया कि उसके बेटे को सेक्टर 11 में ड्रॉ से एक जमीन अलॉट हुई थी। अब बेटे की मृत्यु हो चुकी है। उस जगह को अब उसके नाम किया जाए ताकि वहां पर वह अपना कोई व्यवसाय शुरू करके परिवार का पालन पोषण कर सके। मामले की जांच नगर निगम कमिश्नर को सौपी गई।
सेक्टर-10 के लोगों ने शिकायत में बताया कि उनके रोड पर पेड़ खड़ा है जिसकी वजह से बिजली की तारों में शाॅर्ट-सर्किट होता रहता है। जब भी नगर निगम की टीम उस पेड़ को काटने आती है तो एक मकान मालिक टीम को वहां से भगा देता है। बरसात का मौसम चला हुआ है। ऐसे में बिजली की तारों से हादसा होने का भय बना हुआ है। उपायुक्त ने नगर निगम को पेड़ काटकर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक, जिला परिषद सीईओ गगनदीप सिंह, एसडीएम गौरव चैहान, नगराधीश मन्नत राणा, जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी राजन सिंगला, जिला समाज कल्याण अधिकारी विशाल सैनी समेत अधिकारीगण मौजूद रहे।