वर्तमान तकनीक का युग, शिक्षक विद्यार्थियों में करें वैज्ञानिक दृष्टिïकोण पैदा : डीसी
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि वर्तमान तकनीक का युग है, इसलिए विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिïकोण होना समय की मांग व आवश्यक है। शिक्षक सामान्य शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक तकनीकी शिक्षा के बारे में भी शिक्षित करें। इस दिशा में गांव गुडिया खेड़ा के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ-साथ वैज्ञानिक सोच विकसित करने में टिंकरिंग लैब कारगर साबित होगी।
उपायुक्त शुक्रवार को उक्त लैब के उदघाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों, विद्यार्थियों व ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त ने लैब के उद्ïघाटन उपरांत लैब का निरीक्षण कर सुविधाओं की जानकारी ली। स्कूल में स्थापित अटल टिंकरिंग लैब के इंचार्ज राजेश जैन और कृष्ण जैन ने मुख्य अतिथि को लैब के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश, जिला खंड शिक्षा अधिकारी जसपाल सिंह, जिला गणित विशेषज्ञ नीरज पाहुजा, जिला विज्ञान विशेषज्ञ और नोडल अधिकारी अटल टिंकरिंग लैब डॉ मुकेश कुमार, सरपंच प्रतिनिधि भरत सिंह और खंड नाथूसरी चोपटा के विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य उपस्थित थे। इससे पहले उपायुक्त ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और लैब का निरीक्षण कर सुविधाओं का जायजा लिया। समारोह में स्कूल प्राचार्य द्वारा उपायुक्त को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान युग प्रतिस्पर्धा का युग है, जो विद्यार्थी समय के साथ नहीं चलेगा वह प्रतिस्पर्धा की दौड़ में पिछड़ जाएगा। इसलिए विद्यार्थी लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत के साथ पढाई करें, तभी वे निश्चय ही सफलता के शिखर पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि कोई कार्य मुश्किल नहीं है बशर्ते उसे परिश्रम के साथ किया जाए। शिक्षक पढाई के साथ-साथ विद्यार्थियों को सुसंस्कारित बनाएं ताकि समाज के नवनिर्माण में योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षक द्वारा बच्चों को दिया गया ज्ञान उन्हें आजीवन आगे बढने के लिए प्रोत्साहित करता है।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि अभिभावक व परिवारजन भी घर के वातावरण को बच्चों के पढाई के अनुकूल बनाएं और समय-समय पर बच्चों को जीवन में आगे बढने के लिए प्रेरित करते हुए उनका मार्गदर्शन करते रहें। उन्होंने कहा कि अटल टिकरिग लैब में विद्यार्थियों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिग और गणित के विभिन्न पहलुओं को समझाने के साथ-साथ उपकरणों का प्रयोग कर कुछ नया करने का अवसर मिलेगा। अटल लैब में आइआर सेंसर से लेकर थ्रीडी प्रिटर्स और अल्ट्रासोनिक सेंसर जैसे अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि इस लैब से विज्ञान, गणित व तकनीक में रुचि रखने वाले विद्यार्थी लैब में रचनात्मक प्रयोग कर सकेंगे, जिससे उनके कौशल में और निखार आएगा।
इस अवसर पर प्रिंसिपल उमेद सिंह ढाका, ग्रामीण अमीलाल मंडा, नानक राम गोदारा, काशी राम गोदारा, छेलू राम, राम प्रताप बिरड़ा, रिछपाल छिंपा, हेतराम सांगवान, दुनीराम बिरड़ा, महावीर, राम सिंह बिरड़ा, गिरधारी सांगवान सहित भारी संख्या में ग्रामीण, स्कूल स्टॉफ सदस्य व छात्र – छात्राएं मौजूद थे।
अटल टिंकरिंग लैब के लिए जिला के 35 स्कूलों का चयन :
अटल टिंकरिंग लैब के लिए सिरसा जिला के 35 स्कूलों चयनित हो चुके हैं। इनमें से अब तक सरकारी व गैर सरकारी सात स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की जा चुकी है। अटल टिंकरिंग लैब में विद्यार्थी रोबोटिक्स, सेंसर्स, 3डी प्रिंटर्स व विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में जानेंगे। अटल इनोवेशन मिशन का मुख्य उद्देश्य अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से विद्यार्थियों को नई टेक्नोलॉजी से रूबरू करवाना व उनके नवप्रवर्तन/नए आइडिया को सार्थक करने के लिए एक प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाना है।
क्या है अटल टिंकरिंग योजना :
अटल टिंकरिंग लैब भारत सरकार के नीति आयोग की एक महत्वाकांक्षी योजना है। अटल इनोवेशन के तहत इस योजना का उद्देश्य इनोवेशन को बढ़ावा देना और छोटी उम्र से ही बच्चों को आविष्कार करने के लिए प्रेरित करना है। लैब में विद्यार्थियों को रोबोटिक्स, थ्री डी प्रिंटर्स, इलेक्ट्रोनिक्स डेवलपमेंट टूल्स, कम्प्यूटर, वीडियो कॉफ्रेंसिंग, माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड, अल्ट्रासोनिक सेंसर जैसे अत्याधुनिक उपकरण मिलेंगे।