जब महिलाएं बिना दबाव के निर्णय लेने में सक्षम होगी तभी वास्तव में सशक्त होंगी-राकेश कुमार आर्या

*राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत शिक्षकों को हेल्थ एंबेसडर बनाने के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का किया गया आयोजन*

*कार्यशाला में 296 हेल्थ एंबेसडरों को दी गई ट्रेनिंग*

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पंचकूला, 14 अगस्त राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूल स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा डाईट सेंटर सेक्टर- 2 में शिक्षकों को हेल्थ एंबेसडर बनाने के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में मिडिल, हाई और सीनियर सेकेंडरी के 150 स्कूलों (कक्षा 6 वीं से 12वीं) के प्रत्येक स्कूल से दो- दो शिक्षकों ने भाग लिया, जिसमें कुल 296 हेल्थ एंबेसडरों को ट्रेनिंग दी गई। 

 सिविल सर्जन, डॉक्टर मुक्त कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन और मजबूती से कार्य करने के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग को मिलकर काम करना होगा। उन्होने सभी शिक्षकों द्वारा इस कार्यक्रम में किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की। 

इसके अलावा उप सिविल सर्जन, डॉक्टर शिवानी सतीजा, आरकेएसके ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के बारे में जागरूक किया जाना बहुत जरूरी है तभी वह अच्छी तरह से शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे।

 ट्रेनिंग में शिक्षकों के साथ स्वास्थ्य, स्वच्छता, किशोरों के खान-पान, किशोर- किशोरी समानता, नशे के दुष्प्रभाव, किशोरावस्था की समस्याएं, एचआईवी/ एड्स, एनीमिया आदि विषयों की बारीकी से चर्चा की गई। ताकि बच्चों में इन विषयों के बारे में जागरूकता बढ़ सके। इस अवसर पर सबको एसएचडब्लयूपी मोबाइल एप्लीकेशन की भी ट्रेंिनग दी गई।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्या प्रशिक्षक के रूप में शिक्षा विभाग से असिस्टेंट प्रोफेसर डाइट सुनीता सूरा, बीआरपी भावना, बीआरपी विवेक सांगवान, स्वास्थ्य विभाग से एचएमओ रायपुररानी ,डॉक्टर शिल्पा, डॉक्टर दीप्ति उपस्थित रहे।

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