राजकीय महाविद्यालय कालका में रोड सेफ्टी वर्कशॉप व महिला दिवस उत्सव का आयोजन
एनसीसी कैडेट्स ने कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा
*मृत्यु दर में वृद्धि के पीछे वाहन दुर्घटनाएं एक बड़ा कारण – मुख्य प्रशिक्षक *
सीट बेल्ट ना लगाने व तेज गति से वाहन चलाने पर लगेगा जुर्माना
पंचकूला, 14 फरवरी: राजकीय महाविद्यालय कालका में प्राचार्या प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व में रोड सेफ्टी वर्कशॉप व महिला दिवस उत्सव का संयुक्त आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप के मुख्य वक्ता मुख्य प्रशिक्षक श्री आशदीप रहे।
मुख्य प्रशिक्षक ने बताया कि हमारे देश में मृत्यु दर में वृद्धि के पीछे वाहन दुर्घटनाएं एक बड़ा कारण बन गई हैं और यह भी तब हो रहा है जब सरकार सड़क सुरक्षा उपायों को लागू कर रही है। सभी लोगों को विशेष रूप से पैदल चलने वाले लोगों को सड़क पर चलने के दौरान सतर्क रहना चाहिए और जब चलने के लिए सिग्नल हरा दिखाई दे तो चलें। सड़क पर सुरक्षा नियमों के बीच, चलते या वाहन चलाते समय बाईं ओर रहना जरूरी है ताकि आप दाईं ओर से आने वाले वाहनों से न टकराएं।
उन्होंने बताया कि मोटर वाहन अधिनियम की धारा 183 (3) सीएमवीआर 177 एमवीए में वाहन चलाते समय सीट बेल्ट ना लगाने पर जुर्माना लगाया गया है। इसलिए कार चालकों के लिए सीट बेल्ट लगाना सबसे जरूरी नियम है। तेज गति से वाहन चलाने पर आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है और दुर्घटना होने की भी संभावना बनी रहती है। वाहन चलाते समय हमेशा आईएसआई प्रमाणित हेलमेट पहनें। टक्कर के दौरान यह आपके सिर की रक्षा करेंगे।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के लिए बहुत-सी वीडियोज भी दिखाई और समझाया कि सड़क सुरक्षा का क्या महत्त्व है।
प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी सुरक्षा नियमों का पालन करें और ये जानकारी अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ सांझी करें ताकि हम इस माध्यम से ज्यादा से ज्यादा जनता को जागरूक कर सकें। सभी एनसीसी कैडेट्स ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के रोड सेफ्टी क्लब के प्रभारी आदेश कुमार, रोड सेफ्टी क्लब के सदस्य प्रो. डॉक्टर राजीव कुमार, प्रो. अर्चना सोनी तथा एनसीसी महिला विंग की प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉक्टर गुरप्रीत कौर के दिशा-निर्देशन में किया गया। इस कार्यक्रम को आयोजित करने में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।