रबी प्याज की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए प्याज के बीज पर 500 रुपये प्रति किलोग्राम अनुदान : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण
मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण जरुर करवा कर अनुदान का लाभ उठाएं किसान : उपायुक्त बिढ़ाण
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि किसान खेती के साथ-साथ बागवानी अपना कर अपनी आय दौगुना कर सकते हैं। बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कई योजनाएं क्रियांवित की गई है और योजनाओं के माध्यम से किसानों को बेहतर अनुदान भी दिया जाता है। सरकार द्वारा किसानों का रबी प्याज की खेती की ओर रुझान बढ़ाने के लिए प्याज के बीज पर 500 रुपये प्रति किलोग्राम अनुदान देने का निर्णय लिया गया है।
उपायुक्त बिढ़ाण ने बताया कि जिला बागवानी विभाग द्वारा समय-समय पर जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को बागवानी अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इन योजनाओं के तहत अनुदान पाने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। यदि किसान पंजीकरण नहीं करवाते तो उन्हें इन योजनाओं के तहत अनुदान राशि नहीं मिलेगी। प्याज के एक किलो बीज पर 500 रुपये का अनुदान दिया जाता है। एक किसान अधिकतम एक हेक्टेयर के लिए 10 किलोग्राम बीज तक ले सकता है। औसतन एक एकड़ में करीब चार किलो प्याज का बीज लगता है। इस पर प्रति किलोग्राम 500 रुपये अनुदान के अनुसार किसान को प्रति एकड़ 2 हजार का अनुदान मिलेगा। वहीं एक किसान अधिकतम अनुदान राशि 5 हजार तक ले सकता है। किसान उच्च बीज को एनएचआरडीएफ के बीज बिक्री केंद्र सलारु (करनाल) से या फिर राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) के बीज बिक्री केंद्र से ले सकते हैं। किसान बीज के बिल को आवेदन करते हुए बागवानी विभाग में जमा करवा दें ताकि उन किसानों की अनुदान राशि उनके खाते में आ जाए। किसानों को बीज खरीदते समय अपना आधार कार्ड तथा मेरी फसल मेरा-ब्योरा पोर्टल का पंजीकरण की प्रति भी लानी होगी।
पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर मिलेगा अनुदान :
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि रबी प्याज की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता है लेकिन यह अनुदान राशि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा। जो किसान अनुदान राशि के लिए पहले आवेदन करेगा, उसे पहले अनुदान दिया जाएगा। जिन किसानों को प्याज की खेती के लिए अनुदान राशि लेनी है, उन्हें समय रहते ही आवेदन करना होगा। इसके लिए किसानों को बीज के बिल जरूरी दस्तावेजों के साथ बागवानी विभाग में जमा करवाने होंगे, ताकि अनुदान की राशि उनके खाते में डाली जा सके।
जिला में प्याज की खेती की ओर बढ़ रहा है किसानों का रुझान : जिला बागवानी अधिकारी
जिला बागवानी अधिकारी रघुबीर झोरड़ ने बताया कि जिला में रबी प्याज की खेती की ओर किसानों का रुझान बढ़ रहा है। विभाग द्वारा किसानों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में अवगत करवाया जाता है और योजनाओं का लाभ उठाने के लिए समय-समय पर जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से प्रेरित भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष जिला में तीन सौ एकड़ में रबी प्याज की खेती की गई और दो सौ से अधिक किसानों ने सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाया। जिला में मुख्यत: प्याज की किस्म एग्रीफाउंड लाइट रेड (एएलआर), एनएचआरडीएफ रेड (एल-28), एनएचआरडीएफ रेड-3 (एल-652) व एएफएलआर की बिजाई की जाती है। योजना का लाभ पहले आओ-पहले पाओं के आधार पर दिया जाता है और इसके लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पार्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है।