मॉडल गोवर्धन परियोजना के तहत गांव रत्ताखेड़ा में बनेगा बॉयोगैस प्लांट : उपायुक्त बिढ़ान
अब जिला के गांव रत्ताखेड़ा में बॉयोगैस से न केवल रसोई के चुल्हे जलेंगे बल्कि खेतों को जहर मुक्त गोबर से बनी जैविक खाद भी मिलेगी। केंद्र सरकार द्वारा मॉडल गोवर्धन परियोजना के तहत सिरसा जिला के गांव रत्ताखेड़ा का चयन किया गया है। रत्ताखेड़ा गांव की गौशाला में गोवर्धन परियोजना के तहत प्लांट बनाया जाएगा। प्लांट के बनने से गोबर का सही प्रबंधन के साथ-साथ गांव में स्वच्छता मिशन को भी गति मिलेगी।
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि गोवर्धन योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है और यह योजना स्वच्छ भारत अभियान की तरफ बढ़ता हुआ एक कदम है। योजना के तहत जिला के गांव रत्ताखेड़ा में 62 लाख 72 हजार रुपये की लागत से गोवर्धन परियोजना के तहत प्लांट बनाया जाएगा, परियोजना के तहत 50 लाख रुपये स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण द्वारा खर्च किए जाएंगे और शेष 16 लाख 72 हजार रुपये की राशि मनरेगा व 15वें वित्तीय आयोग तथा पंचायत के फंड से खर्च की जाएगी। उन्होंने बताया कि परियोजना की शुरुआत में पाइप लाइन के माध्यम से 70 घरों में बॉयोगैस पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा खेतों के लिए गोबर से बेहतर जैविक खाद भी बन पाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों मेंं रहने वाले लोगों को धुएं वाले ईंधन से छुटकारा मिलेगा।
उपायुक्त बिढ़ान ने बताया कि मॉडल गोवर्धन परियोजना का उद्देश्य गांवों में गोबर कचरा आदि का सही प्रबंधन करना है। गोवर्धन परियोजना के क्रियांवयन से एक ओर जहां गांवों में स्वच्छता के साथ-साथ गोबर से आने वाली दुर्गंध से भी मुक्ति मिलेगी वहीं ग्रामीणों को अपनी रसोई के लिए बॉयोगैस मिलेगी और खेतों के लिए जैविक खाद भी उपलब्ध होगी। गोबर से तैयार होने वाली जैविक खाद से भूमि की उपजाऊ शक्ति बढऩे के साथ-साथ फसल, फल-सब्जी की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।