मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत वैकल्पिक फसलों की बुआई करने पर कृषि विभाग ने दिया बल
वैकल्पिक फसलों की बुआई के लिए जिला में 1500 एकड का रखा लक्ष्य
पंचकूला, 26 जून- हरियाणा सरकार द्वारा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान की फसल को वैकल्पिक फसलों जैसे कपास, मक्का, अरहर, मुंग, मोठ, उड़द, सोयाबीन, ग्वार, तिल, अरण्डी, मुंगफली, फल व सब्जियां, खरीफ प्याज, खरीफ चारा व कृषि वानिकी (सफेदा व पोप्लर) द्वारा विविधिकरण करने के लिए जिला में 1500 एकड का लक्ष्य दिया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक श्री सुरेंद्र यादव ने बताया कि किसान अपने पिछले वर्ष बोये गए धान के क्षेत्र को उपरलिखित वैकल्पिक फसलों में बदल सकता है। वर्ष 2025 से पहले किसान द्वारा पंजीकरण करने के पश्चात मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर सत्यापन उपरांत किसान को 7000 रूपये प्रति एकड़ की दर से वित्तिय सहायता प्रदान की जाती थी जोकि इस वितीय वर्ष से 8000 रूपये प्रति एकड़ कर दी गई है और डी0बी0टी0 के तहत किसान के खाते में जमा कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि स्कीम के तहत किसान द्वारा पिछले वर्ष बोई गई धान के खेत को खरीफ 2025 में खाली रखने पर भी वित्तिय सहायता प्रदान की जाएगी। उक्त योजना का लाभ लेने के लिए किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा सकते हंै। इसके अतिरिक्त यदि उपरलिखित वैकल्पिक फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है तो उक्त फसलों की 100 प्रतिशत खरीद हरियाणा सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी।
उन्होंने जिले के किसानों से अपील करते हुए कहा कि भूमिगत जल के संरक्षण हेतू धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें बोने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाएं व अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी कृषि/बागवानी कार्यालय से संपर्क कर सकते है।