मेरा पानी-मेरी विरासत योजना का उठाए लाभ, धान की जगह वैकल्पिक खेती करने पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि : एसडीएम दिलबाग सिंह
एसडीएम दिलबाग सिंह ने कहा कि उपमंडल के किसान हरियाणा सरकार की मेरा पानी-मेरी विरासत योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि पानी की बचत करने के उद्देश्य से सरकार ने यह योजना क्रियान्वित की है। योजना के तहत धान की वैकल्पिक फसल की खेती करने वाले किसानों को 7000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलों का उत्पादन करना होगा। इन वैकल्पिक फसलों में कपास, मक्का, अरहर, मुंग, मौठ, उड़द, सोयाबीन, गवार, तिल, मूंगफली, खरीफ प्याज और सभी खरीफ चारा फसल शामिल है।
उन्होंने कहा कि पिछले खरीफ सीजन के दौरान मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत फसल विविधीकरण को अपनाने वाले किसानों को इस वर्ष भी योजना के तहत प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है। लेकिन इसके लिए संबंधित किसानों को खेत में धान की बजाए वैकल्पिक फसलों की बुवाई का कार्य जारी रखना होगा। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान को मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल व मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक किसानों को ‘मेरा पानी-मेरी विरासतÓ व ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौराÓ पोर्टल पर आगामी 25 जून, 2021 तक पंजीकरण करना होगा। अधिक जानकारी के लिए किसान विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-180-2117 पर किसी भी कार्य दिवस को सपंर्क कर जानकारी ले सकते हैं।