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मेडिकल प्रैक्टिशनर स्टेरॉयड दवा का न करें प्रयोग, मेडिकल स्टोर संचालक स्टेरॉयड दवा की न करे बिक्री : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 25 मई।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि ब्लैक फंगस को रोकने के लिए जिला के चिकित्सकों से चर्चा की गई और यह पाया गया कि ब्लैक फंगस का एक मुख्य कारण स्टेरॉयड का अत्यधिक उपयोग है, इसलिए ब्लैक फंगस पर नियंत्रण के लिए स्टेरॉयड दवा के प्रयोग पर अंकुश लगाना बेहद जरूरी है। कोई भी मेडिकल स्टोर संचालक स्टेरॉयड दवा की बिक्री न करें। इसके अलावा मेडिकल प्रैक्टिशनर भी रोगियों को स्टेरॉयड दवा न दें। बहुत जरूरी होने पर ही केवल एमडी चिकित्सक, फिजिशियन की सलाह में ही स्टेरॉयड दवा का प्रयोग किया जाए। ब्लैक फंगस को लेकर हर तरह की स्थिति की निगरानी के लिए जिला टास्क फोर्स कमेटी का भी गठन किया गया है।


उपायुक्त मंगलवार को स्थानीय सीडीएलयू के ऑडिटोरियम में मेडिकल प्रैक्टिशनर की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में उपायुक्त ने ब्लैक फंगस की स्थिति व नियंत्रण प्रबंधों की समीक्षा की और जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। बैठक में पूर्व चेयरमैन जगदीश चोपड़ा, एसडीएम जयवीर यादव, सिविल सर्जन डा. मनीष बंसल, जिला ड्रग्स कंट्रोलर एनके गोयल, उप सिविल सर्जन बुधराम सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।


उपायुक्त ने कहा कि गांवों में मेडिकल प्रैक्टिशनर का ग्रामीणों से सीधा जुड़ाव होता है, इसलिए अगर किसी व्यक्ति में कोरोना या ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देते हैं तो उससे सकारात्मक संवाद कर उपचार के लिए प्रेरित करें। इस महामारी काल में अपने दायित्व को धर्म मानकर मानव सेवा करें और अपने गांव के रक्षक की भूमिका निभाएं। सामूहिक प्रयास, दृढ संकल्प व आपसी सहयोग से ही हम इस महामारी पर काबू पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी पर रोक लगाने में मेडिकल प्रैक्टिशनर का बहुत सहयोग रहा है, इसलिए ब्लैक फंगस पर भी रोक लगाने में अपना योगदान दें।


पूर्व चेयरमैन जगदीश चोपड़ा ने कहा कि कोरोना संक्रमण व ब्लैक फंगस जैसी चुनौती का सामना करने के लिए हर नागरिक को ईमानदारी से अपना दायित्व निभाना होगा। प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस महामारी के काल में प्रशासन के साथ-साथ मेडिकल प्रैक्टिशनर को भी त्याग व तपस्या की भावना से कार्य करना होगा, क्योंकि जीवन मूल्यवान है, इसलिए भूलवश या अज्ञानता के कारण किसी के जीवन की हानि नहीं होनी चाहिए। कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति को स्टेरॉयड न दें और दूसरों को भी स्टेरॉयड का प्रयोग न करने के लिए प्रेरित करें।

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ब्लैक फंगस से घबराए नहीं, सावधानी बरतें नागरिक :


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि नागरिक ब्लैक फंगस से घबराएं नहीं बल्कि सजग रहते हुए सावधानियों को अपनाएं। विशेषकर कोरोना से ठीक होने के बाद व शुगर के रोगी ब्लड ग्लुकोज का विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा पूरी सावधानी व बचाव उपायों का पालन करें। उन्होंने कहा कि धूल भरे निर्माण स्थलों पर जाते समय मास्क का प्रयोग करें। मिट्टïी, काई या खाद इत्यादि का कार्य करते समय जूते, लंबी पतलून, लंबी बाजू की शर्ट व दस्ताने जरूर पहनें। इसके साथ-साथ व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें और प्रतिदिन स्नान करें।


सरकार की हिदायतों की पालना में सहयोग करें नागरिक :

उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि नागरिक कोरोना संक्रमण व ब्लैक फंगस की गंभीरता को समझें और किसी प्रकार की लापरवाही न करें। लॉकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जनहित में अहम फैसले लिए जा रहे हैं। बाजार में अनावश्यक भीड़ न हो, इसलिए आमजन दुकानें खोलने के लिए निर्धारित किए गए समय अनुसार ही खरीदारी करें। अनावश्यक घर से न निकलें और घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग करें तथा सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखें। हिदायतों की पालना व बचाव उपायों को अपना कर ही हम कोरोना संक्रमण पर काबू पा सकते हैं।