मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर अगले वर्ष हर जिले से दो जिनमें एक प्राईवेट व एक सरकारी सेवा के चिकित्सक को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित करने की घोषणा की।
पंचकुला 1 जुलाई।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी के लिए उठाए जा रहे के कदमों में आज एक और नया अध्याय जुड़ गया जब मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर अगले वर्ष हर जिले से दो जिनमें एक प्राईवेट व एक सरकारी सेवा के चिकित्सक को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित करने की घोषणा की।
यह घोषणा मुख्यमंत्री ने आज पहली बार हरियाणा में मनाए गए राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए की। उन्होंने इस मौके पर हरियाणा से जुड़े तीन पदमश्री विजेता चिकित्सक पीआर गोयल, डा. अमोद गुप्ता व नरेन्द्र कुमार पाण्डेय को भी सम्मानित किया। इसके अलावा पश्चिम कमान अस्पताल चण्डीमंदिर के कमाडेंट मेजर जनरल चन्द किशोर जमखौला, पीजीआई से सेवानिवृत डा. एस के शर्मा, डा. एन के अरोड़ा तथा आईएमए हरियाणा के अध्यक्ष डा. कुलदीप खोखर को भी सम्मानित किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेस के माध्यम से सिरसा जिले के लगभग अढाई करोड़ रुपए की लागत से निर्मित माधो सिंघाना में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा दडबा कलां व जमाल में निमिर्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का भी उदघाटन किया।
उन्होंने अगले वर्ष से एमबीबीएस की सीटें 1710 से बढाकर दो हजार करने की भी घोषणा की, जबकि वर्ष 2014 में राज्य में एमबीबीएस की केवल 700 सीटें थी। उन्होंने कहा कि डाक्टरों की कमी मांग व आपूर्ति के अनुसार की जाएगी। एलोपेथी व आयुष चिकित्सा पद्वितियों में बेहतर समन्वय की जरूरत है ताकि आवश्यकता अनुसार मरीजों को तुरन्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित चिकित्सको से अपील की कि वे सेवाभाव से एक मिशन के रूप में गरीब जनता की सेवा करने की अपने मन में ठान लें। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया कि पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने गरीब व्यक्ति के ईलाज की बात सोची है और इसके लिए आयुषमान भारत योजना चलाई है। हरियाणा में 15 लाख परिवारों को इस येाजना का लाभ होने का अनुमान है। अब तक 17 हजार से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा चुके है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य रोगी ही न हो, इसके लिए हमने योग को बढावा दिया है ओर हरियाणा योग परिषद का गठन किया है ताकि इसका प्रचार प्रसार हर व्यक्ति तक पहंुचे। योग स्वस्थ रहने की एक कला है। यह व्यक्तिगत या सामूहिक तौर पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रोगी व मरीज कम हो इसकी ओर भी हमें सोचना होगा। प्राचीन समय में शिक्षा व चिकित्सा दोनों ही सस्ती होती थी, परन्तु आज दोनों ही महंगी हो गई है। सरकारी प्रयासों के साथ प्राईवेट क्षेत्र में भी चिकित्सकों को अंत्योदय की भावना से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत रत्न डाक्टर बीसी रे की याद में राष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा दिवस वर्ष 1991 से ही मनाना आरम्भ होना था, लेकिन इस ओर पूर्व की सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। हरियाणा ने पहली बार राज्य स्तरीय समरोह पंचकूला तथा सभी जिला मुख्यालय पर वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उन्होंने हर वर्ष राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस हरियाणा में सरकारी तौर पर आयोजित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भगवान मनुष्य को जन्म देता है परन्तु डाक्टरों को भी भगवान का दूसरा रूप माना गया है, जो मनुष्य को पुर्नजन्म देता है। उन्होंने उपस्थित चिकित्सकों तथा वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुडे़ प्रदेश के अन्य जिलों के चिकित्सको को भी राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में नीति आयोग द्वारा जारी आंकडों के अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर प्रदर्शन करने पर हरियाणा की रैंकिंग में हुए उल्लेखनीय सुधार के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज व विभाग के अन्य अधिकारियों की टीम को बधाई दी ओर आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी हरियाणा इसी तरह अपना प्रदर्शन दोहराएगा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, कालका की विधायक लतिका शर्मा, चिकित्सा शिक्षा एंव अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित झा, आयुष विभाग के महानिदेशक डा. साकेत कुमार, सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीरपाल सरो, स्वास्थ्य विभाग के निदेशक सतीश अग्रवाल, भाजपा जिला प्रधान दीपक शर्मा, पुलिस उपायुक्त कमलदीप गोयल, अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह सहित बडी सख्यां में चिकित्सक एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
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