महिला सशक्तिकरण से ही खुशहाल राष्टï्र का निर्माण संभव : एडीसी उत्तम सिंह
अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय बालिका दिवस बालिकाओं की स्वतंत्र अभिव्यक्ति का दिन है इसलिए महिलाओं को सशक्त बनाने का संकल्प लेना होगा तभी इस कार्यक्रम को मनाने का मकसद सार्थक होगा।
अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह वीरवार को स्थानीय पंचायत भवन में अंतर्राष्टï्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सीएमजीजीए सुकन्या जनार्दनन, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग डा. दर्शना सिंह सहित सभी सीडीपीओ, आंगनवाड़ी वर्कर व सुपरवाइजर मौजूद थी। कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त अक्तूबर माह में पैदा हुई बच्चियों का केक काट कर जन्मदिन मनाया और गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की रस्म अदा की।
एडीसी ने कहा कि बेटा व बेटी में समानता केवल बोलने से नहीं आएगी बल्कि बेटा-बेटी के भेदभाव को मिटाना होगा, क्योंकि महिला सशक्तिकरण के बिना खुशहाल राष्टï्र का निर्माण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि समाज में फैली कन्या भ्रूणहत्या जैसी बुराई को मिटाने के लिए हमें अपनी सोच को बदलना होगा और हमें संकल्प लेना होगा कि न तो कन्या भ्रूणहत्या करेंगे और न किसी को करने देंगे। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही लिंगानुपात के असंतुलन को मिटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बेटियों को सुरक्षित वातावरण देने की जरूरत है। शैक्षणिक व कार्यस्थल पर बेटियों को अच्छा माहौल प्रदान करने की जरूरत है, जिसके लिए संस्कारों को पुर्नजीवित करना होगा।
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य लोगों की चेतना बढ़ाने और समाज में बालिकाओं को नए अवसर प्रदान करना है। बालिकाओं के सामने आने वाली सभी असमानताओं को दूर करना, लैंगिक भेदभाव का खत्म करना तथा घटते बाल लिंगानुपात के खिलाफ काम करना है। महिला सशक्तिकरण का उद्देश्य महिलाओं को अपने सम्मान के लिए फैसले लेना सीखना होगा। सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेकों योजनाएं क्रियांवित की जा रही है। आज देशभर में बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ अभियान के सराहनीय परिणाम मिल रहे हैं।
एडीसी ने कहा कि सामाजिक मानसिकता विकृत होने की वजह से ही इस प्रकार के कार्यक्रमों की आवश्यकता पड़ती है। उन्होंने कहा कि आदर्श स्थिति वह होगी जब हमें ऐसे कार्यक्रम आयोजित ही न करने पड़े। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग व एकमत होकर ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब तक बेटियों के प्रति सोच में बदलाव नहीं आएगा तब तक समाज के ऊपर कुरीतियां हावी रहेंगी और महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ते रहेंगे।
अच्छे लिंगानुपात वाले गांवों को किया सम्मानित :
अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने कार्यक्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत अच्छे लिंगानुपात वाले 10 गांवों के सरपंचों को भी सम्मानित किया। इन गांवों में कागदाना, जगमालवाली, बालासर, देसूमलकाना, भूर्टवाला, देसूजोधा, चौटाला, रिसालिनयाखेड़ा, जगमलेरा व फग्गु शामिल है। अतिरिक्त उपायुक्त ने सरपंचों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जिला की अन्य ग्राम पंचायतें भी लिंगानुपात सुधार में आगे आकर अपना योगदान दें और कन्या भू्रण हत्या व अन्य सामाजिक बुराईयों को मिटाने के लिए समय-समय पर जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि सम्मानित होने वाली पंचायतों दूसरी पंचायतों को लिंगानुपात में सुधार के लिए किए गए अपने प्रयासों के बारे में अवगत करवाएं ताकि उन्हें भी प्रेरणा मिले और वे भी इनका अनुसरण कर इस दिशा में बेहतर कार्य कर सकें।
प्रतियोगिताओं में विजेताओं को किया गया सम्मानित :
अंतर्राष्टï्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटी जन्मोत्सव, पौधारोपण, रंगोगी प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं में उत्कृष्टï स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में गर्भवती महिलाओं की गोद भराई, पौधारोपण आदि गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मां व बच्चे को पूर्ण पोषण प्रदान करने की शपथ भी दिलवाई गई। इसके अलावा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत सितंबर माह में लाभ प्राप्त करने वाली महिलाओं को भी सम्मानित किया गया।