महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला में 8 से 22 मार्च तक पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला में 8 से 22 मार्च तक पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। पखवाड़े के दौरान गर्भवती महिलाओं को पोष्टिïक भोजन की महत्ता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा रही है।
सीडीपीओ माधोसिंघाना चणजीत कौर ने बताया कि पोषण अभियान के तहत खंड माधोसिंघाना के सभी गांवों में गर्भवती महिलाओं की गोद भराई, 6 माह के बच्चों का अन्नप्राशन व गृह भेंट के माध्यम से पोषण संबंधी जानकारियां देकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़े का मकसद कमजोर बच्चों की देखभाल व गर्भवती महिलाओं की समुचित देखरेख करना है ताकि आने वाले बच्चे को कुपोषण से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि आज माधोसिंघाना खंड के हर गांव में 0 से 6 साल के बच्चे, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं व किशोरियों का ब्लड टेस्ट करवा कर हीमोग्लोबिन चैक किया जा रहा है। साथ ही उन्हें एनीमिया रोग के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि भोजन में साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, सोयाबीन, दाल, दूध, दही, विटामिन बी, आयरन, फोलिक एसिड आदि को शामिल करना चाहिए। पखवाड़े के दौरान सुपरवाईजरों द्वारा एनीमिया ग्रस्त महिला के लक्षण जैसे कमजोरी महसूस करना, जल्दी थकना, सांस फूलना, मानसिक तौर पर सुस्त महसूस करना आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि हमें सभी की पर्याप्त व सहज उपलब्ध आहार जिसमें आयरन की मात्रा भरपूर हो लोहे की कढाई में खाना बनाए।
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