बेटियों को शिक्षित व उनका सम्मान करना समाज के हर वर्ग की जिम्मेवारी : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां लड़कियों ने अपनी काबलियत का लोहा ना मनवाया हो। अवसर मिलने पर लड़कियों ने अपनी प्रतिभा के बल पर विभिन्न क्षेत्रों में समाज व देश का नाम रोशन किया है। बेटियों को शिक्षित व उनका सम्मान करना समाज के हर वर्ग की जिम्मेवारी है। सिरसावासियों के लिए यह गौरव की बात है कि लिंगानुपात में जिला प्रदेश में नम्बर वन की पोजिशन पर है, जिसे बरकरार रखने में जिला का प्रत्येक व्यक्ति प्रशासन का सहयोग करेंं, ताकि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान की सफलता सार्थक हो सके।
उपायुक्त शुक्रवार को जिला के गांव खैरकां के राजकीय उच्च विद्यालय के प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से महिलाओं के लिए करवाई गई विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्यअतिथि ने सम्मानित किया और उपस्थित महिलाओं का आह्वान किया कि वे भी अपनी बेटियों को शिक्षा के साथ-साथ खेल व अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें। कार्यक्रम में गांव की एक महिला की दूसरी बेटी के जन्म के अवसर पर कुंआ पूजन भी किया गया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह, पंचायत प्रतिनिधि निशांत सिंह, सीडीपीओ शूचि बजाज, वीरपाल कौर, सरोज कंबोज, कविता, चरणजीत, सुनीता सहित अनेक महिलाएं उपस्थित थी।
उपायुक्त ने कहा कि हर क्षेत्र में सफलता का आधार शिक्षा ही है, इसलिए बेटियों को शिक्षित करें और उन्हें आगे बढने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि हम बेटियों को शिक्षित करके व उनके प्रति सम्मान की भावना समाज में पैदा करके ही महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ सकते हैं। प्रदेश सरकार लड़कियों व महिलाओं के उत्थान व उनके कल्याणार्थ अनेक कार्यक्रम व योजनाएं क्रियान्वित करती है। यह समाज के हर वर्ग का दायित्व है कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन में संबंधित विभाग व प्रशासन का सहयोग करें और लोगों को इनके बारे में जागरूक करें, ताकि हर पात्र लड़की व महिला को योजनाओं का लाभ मिल सके और उन्हें आगे बढने का अवसर उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि कई बार योजनाओं की जानकारी के अभाव में पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाता है। इसलिए ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों की जिम्मेवारी बनती है कि वे ग्रामीणों को योजनाओं के बारे में जानकारी दें। इसके साथ ही गांव की समस्याओं व आवश्यकताओं के बारे में भी प्रशासन को अवगत करवाएं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर विभिन्न अवसरों पर होने वाले कार्यक्रम व आयोजन तभी सार्थक होंगे जब समाज का हर व्यक्ति लड़कियों व महिलाओं के उत्थान व कल्याण में सहयोग देगा तभी महिला सशक्तिकरण की परिकल्पना साकार होगी। उन्होंने लड़कियों का भी आह्वान किया कि वे अपने को कम न समझें,बल्कि अपनी काबिलियत को पहचानकर अपने लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढें। कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जहां पर लड़कियों ने अपना परचम न लहराया हो। उन्होंने कहा कि लड़कियां व महिलाएं अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें और स्वस्थ व पौष्टिक भोजन को अपने खाने में शामिल करें।
उपायुक्त ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या व लिंग जांच के खिलाफ प्रशासन पूरी तरह से सख्त है। पीएनडीटी एक्ट के तहत लगातार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। कन्या भ्रूण हत्या समाज को कलंकित करने वाला एक जघन्य व कानूनी अपराध है। ऐसे लोगों के खिलाफ पूरा समाज एकजुट होकर इन पर कानूनी कार्रवाई में प्रशासन का सहयोग करें। लिंग जांच करना व करवाना दोनों ही अपराध है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने कहा कि विभाग उपायुक्त के मार्गदर्शन में महिलाओं व लड़कियों के कल्याणार्थ प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं का सही प्रकार से क्रियान्वयन कर रहा है। प्रशासन व विभाग के अथक प्रयासों व आमजन की जागरूकता के चलते ही सिरसा आज लिंगनुपात में प्रदेशभर में नम्बर वन की पोजिशन पर है। उन्होंने आश्वस्त करते हुए भरोसा दिलाया कि विभाग की योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने की दिशा में निरंतर कार्य किया जाएगा।