प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में देश और प्रदेश में आयुर्वेद पद्धति का हुआ व्यापक प्रचार प्रसार-श्री ज्ञानचंद गुप्ता
श्री गुप्ता ने दो दिवसीय 8वें आर्युवेद दिवस महापर्व के समापन अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में की शिरकत
* पंचकूला में स्थापित किए जा रहे राष्ट्रीय आर्युवेद संस्थान से पूरे उत्तर भारत के लोगों को होगा लाभ*
पंचकूला, 10 नवंबर : हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में देश और प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का व्यापक प्रचार प्रसार हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप लोगों में इस प्राचीन प्रद्वति में विश्वास बढा है। पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के बनने के बाद पूरे उत्तर भारत के लोगों को आर्युवेद पद्वति से ईलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।
श्री ज्ञानचंद गुप्ता आज सैक्टर -5 स्थित इद्रधनुष आॅडिटोरियम में दो दिवसीय 8वें आर्युवेद दिवस महापर्व के समापन अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल और केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री डा. मंुजपरा, महेंद्रभाई भी उपस्थित थे। इससे पूर्व उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने परंपरागत दीप प्रजवलित किया।
विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि वे पंचकूला के जनप्रतिनिधि होने के नाते देश के कोने कोने से आए आयुष चिकित्सकों, अधिकारियों, विद्याार्थियों और गणमान्य व्यकितयों का पंचकूला में स्वागत करते है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी लगभग 5 वर्ष तक पचंकूला में रहे और इस क्षेत्र के लोगों से उनका गहरा लगाव रहा है। उन्होने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी ने पंचकूला को राष्ट्रीय आर्युवेद संस्थान की सौगात दी है जिससे पंचकूला के साथ साथ पूरे उत्तर भारत के लोगों को लाभ होगा। इस संस्थान का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
श्री गुप्ता ने ‘‘हेल्थ इज वेल्थ‘‘ का मूलमंत्र देते हुए कहा कि स्वास्थ्य ही असली धन है। उन्होने कहा कि आर्युवेद हमारी प्राचीन पद्वति है और श्रषि मुनियों के समय से इस पद्वति से लोगों का ईलाज किया जाता रहा है परंतु बीच में कुछ समय के लिए लोग इस पद्वति को भूल गए थे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मेादी ने न केवल आर्युवेद को मान सम्मान दिलाया, बल्कि देश और विदेश में व्यापक स्तर पर प्रचार भी किया, ताकि लोगों को आर्युवेद पद्वति के बारे में ज्ञान हो और वे इसका लाभ उठा सके। उन्होने कहा कि अब लोगों को विश्वास हो गया है कि आर्युवेद में बीमारी का स्थाई ईलाज संभव है। उन्होने कहा कि इस दो दिवसीय 8वें आर्युवेद दिवस महापर्व में आर्युवेद के प्रचार और प्रसार के लिए जो गहन मंथन और चिंतन किया गया है, उससे निश्चित तौर पर इस प्राचीन पद्वति को घर घर तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर लोगों को धनतेरस और दीवाली की हार्दिक बधाई व शुभकामना देते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि इस बार हम दो दीवाली मनाएंगे। एक 12 नंवबर को और दूसरी को 22 जनवरी को जब अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर में राम लला की मुर्ति स्थापित की जाएगी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का गौरव विश्वभर में बढा है।