पुराने अनुभवों के साथ योजना बनाकर संक्रमण फैलाव रोकने की दिशा में करना होगा काम : एडीसी
अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि जिला में दोबारा से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, हम सबके लिए एक गंभीर विषय है। इसलिए कोविड-19 नियमों सख्ती से अनुपालना करवानी होगी और अधिकारियों को कोरोना को लेकर दोबारा से पुराने अनुभवों के साथ योजना बनाकर काम करना होगा, ताकि संक्रमण का फैलाव न हो और स्थिति नियंत्रण में रहे। टेस्टिंग व ट्रिटमेंट के साथ आमजन को पहले से ज्यादा सतर्क व सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने जिलावासियों से अपील की कि वे पहले से अधिक सजग व सावधान रहते हुए संक्रमण फैलाव पर रोक में प्रशासन का सहयोग करें और कोविड-19 की नियमों की दृढता से पालना करें।
अतिरिक्त उपायुक्त शुक्रवार को लघुसचिवालय स्थित सभागार में कोरोना गाइडलाइन की अनुपालना को लेकर अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में एसडीएम ऐलनाबाद दिलबाग सिंह, एसडीएम डबवाली अश्वनी कुमार, एसडीएम कालांवाली विजय सिंह, सीएमओ डा. कृष्ण कुमार, डिप्टी सीएमओ वीरेश भूषण सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में डिप्टी सीएमओ ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिला में कोरोना की स्थिति के बारे में जानकारी दी।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला में बढते कोरोना के मामलों को गंभीरता से लेना होगा। इसके लिए संबंधित अधिकारी व कर्मचारी अपने पुराने अनुभवों के आधार पर नये तरीके से कोरोना गाइडलाइन की अनुपालना करवाना सुनिश्चित करें और आमजन को कोरोना से बचाव को लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें। उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामले बढने के साथ मृत्यु दर भी बढी है, जो हम सबसके लिए चिंता का विषय है। पहले जिला में मृत्यु दर 1.09 था, जोकि पिछले सप्ताह में बढकर ढाई प्रतिशत हो गया है। इसलिए सजगता व सावधानी के साथ-साथ सभी को नये सीरे से कोरोना बचाव उपायों की अनुपालना करवानी होगी, ताकि जिला में संक्रमण का फैलाव न हो।
उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि अर्बन ऐरिया व बाजार में ऐसी जगहों, जहां पर लोगों का ज्यादा आवगमन रहता है, को चिन्हित करें और वहां पर नाकें लगाकर यह सुनिश्चित करें कि इन जगहों पर कोई भी व्यक्ति बिना मॉस्क के न हो। लोगों को मॉस्क लगाने के लिए जागरूक किया जाए और यदि कोई उल्लंघना करता है, तो उसका चालान भी किया जाए। राइडर के साथ इन स्थानों पर गश्त की जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति बिना मॉस्क के न हो। उन्होंने कहा कि बिना मॉस्क वालों के प्रति सख्ती दिखाएं, ताकि आमजन कोरोना को लेकर गंभीर हो सके और कोरोना संक्रमण फैलाव पर अंकुश लग सके।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि स्कूली बच्चों के माध्यम से आमजन को मास्क व सावधानियों को लेकर जागरूक किया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि बच्चों को जिला में कोरोना की स्थिति व इससे बचाव को लेकर सभी तरह नियमों व सावधानियों बारे विस्तार से बताया जाए, ताकि वे परिवार वालों व अपने आसपास के लोगों को उनके बारे में जागरूक कर सकें। इसी प्रकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पहले की भांति अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को कोरोना की गंभीरता के बारे में जानकारी देते हुए संक्रमण से बचाव की सावधानियां बरतने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड-19 नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करें और आमजन को मॉस्क के उपयोग बारे जागरूक करें।
रिपोर्ट करने में देरी, हो सकती है जानलेवा :
अतिरिक्त उपायुक्त ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी को बुखार, खांसी-जुकाम आदि के लक्षण है, तो टेस्ट जरूर करवाएं। रिपोर्ट करने में देरी जानलेवा हो सकती है और अधिकतर कोरोना मामलों में मृत्यु देरी से इलाज करवाने से हुई है। इसलिए आमजन अपना कोरोना टेस्ट करवाने में देरी न करें और समय पर अपना इलाज करवाएं।
पहले से अधिक सावधान होने की जरूरत, स्वेच्छा से करें उपायों की पालना :
एडीसी ने कहा कि जिस प्रकार फिर से कोरोना के मामले बढ रहे हैं, उसे देखते हुए पहले से अधिक सावधानी बरतनी की जरूरत है। आमजन मॉस्क को लेकर बिल्कुल भी ढिलाई न बरतें। बहुत से लोगों में यह धारणा है कि कोरोना केवल किसी बीमारी से पीडि़त व्यक्ति या बुजुर्गों को ही प्रभावित करता है, जोकि बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि कई मामले ऐसे आए हैं, जिनमें कम आयु के युवकों की कोरोना से मृत्यु हुई है। इसी प्रकार लोगों में एक और धारणा यह भी है कि वैक्सीन लगवाने के बाद सावधानी बरतने की जरूरत नहीं है, जोकि गलत है। वैक्सीन केवल कोरोना से बचाव का ही उपाय है। इसलिए वैक्सीन लगवाने के साथ-साथ कोविड-19 के दूसरे उपायों व सावधानियों की पालना भी पहले की भांति ही करें। मॉस्क लगाएं, स्वयं बचें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।