*पानी के पाइप डाले बिना ही ग्रामीणों के पास बिल भेजना गलत है, पहले सभी सातों गांवों में पीने के लिए पानी की व्यवस्था करो – डा. यश गर्ग*
*सात समस्याओं का मौके पर हुआ समाधान, पीपीपी वेरीफाई के बाद 2 बूढ़ापा पेंशन, एक राशनकार्ड के लिए हुआ पात्र*
*उपायुक्त ने समाधान शिविर में 80 लोगों की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को निपटाने के दिए निर्देश*
पंचकूला, 3 जुलाई – उपायुक्त डा. यश गर्ग ने जनस्वास्थ्य विभाग को कहा कि गांव में पानी के पाइप तक नहीं डाले गए और उपर से पानी के बिल का मैसेज भेजा जा रहा है। ये तो गलत है। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सबसे पहले क्षेत्र के सभी गांवों में पीने के पानी की व्यवस्था की जाए। हमारे हरियाणा प्रदेश में मोरनी एक तो ले-देकर पहाड़ी क्षेत्र है और वहीं के लोगों को पीने का पानी तक की व्यवस्था नहीं।
उपायुुक्त डा. यश गर्ग आज लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित समाधान शिविर में आमजन की समस्याएं सुन रहे थे। बुधवार को शिविर में 80 शिकायतें आई। उपायुक्त ने शिकायतों के निवारण के लिए संबन्धित अधिकारियों को उचित निर्देश दिए। इनमें से सात समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया, इनमें एक पात्र की आय वेरीफिकेशन, दो बूढ़ापा पेंशन व एक राशनकार्ड बनाने के योग्य मिला, एक ने हरियाणा की पीपीपी, एक फादरनेम और एक का रिलेशन ठीक करने की शिकायत का समाधान किया है।
उपायुक्त को ग्रामीणों ने शिकायत में बताया कि गांव कोल्यों, बैहणी, मझार, दलाणा, बाग, फतोग, खनियारा में पीने के पानी की दिक्कत चले हुए है। सभी गांवों के लोगों को दूर-दराज से जाकर पानी लाना पड़ता है। पिछले वर्ष जल जीवन मिशन के तहत सर्वे करने के लिए विभाग की टीम आई थी। उन्होंने बताया कि इन गांवों में पानी तो आज तक नहीं पहुंचा, पर पानी के बिलों मैसेज आए महीने उनके फोनों पर आ रहा है। इस बारे में उन्होंने कई बार विभाग के अधिकारियों को शिकायत दी, पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
डा. यश गर्ग ने एचएसवीपी को कहा कि पहले भी कहे जाने के बावजूद सेक्टरों में झुग्गी-झोपड़ियों बने हुए हैं। उपायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि इन सभी झोपड़ियों को हटवाकर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। सेक्टरवासी ने शिकायत में बताया कि उसके घर के पीछे झुग्गी झोपड़ियों बनाकर काफी लोग रह रहे हैं। वो पिछले लंबे समय से एचएसपीवी विभाग के चक्कर लगाकर थक चुका है। विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने उपायुक्त से झोपड़ियों को हटवाने की गुहार लगाई
उपायुक्त ने राजीव काॅलोनी निवासी प्रांजल की शिकायत पर जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। राजीव काॅलोनी निवासी प्रांजल ने शिकायत में बताया कि उसने लाइसेंस नंबर 52, साइट नंबर 40 की असल मालिक माया देवी से जीपीए वर्ष 2014 में ली थी। 2021 तक दुकान मेरे पास रही है। उसने 2020 तक उसके लाइसेंस को नवीनीकरण किया गया और 2022 तक उसने टैक्स जमा करवाया है। बिना नोटिस उसकी दुकान को तोड़ दिया गया। उसने तोड़ी गई दुकान का निर्माण करवाने की गुहार लगाई है।
डा. यश गर्ग ने गांव नाडा साहिब के ग्रामीणों की शिकायत पर एचएसवीपी को गांव की तरफ डंगा लगाने के निर्देश दिए। गांव नाडा साहिब के लोगों ने शिकायत में बताया कि गांव के साथ ही हुडडा की जमीन लगती है। जहां पर नदी के पास प्लाटों की तरफ डंगा लगाया जा रहा है। ऐसा होने से आबादी में पानी आने की संभावना रहेगी। ग्रामीणों ने उपायुक्त को गुहार लगाई कि गांव की तरफ की डंगा लगाया जाए।
उपायुक्त ने गांव सुखदर्शनपुर निवासी विकास की शिकायत पर एसडीएम को जमीन की रजिस्ट्री संबंधी और डीसीपी को धमकाने संबंधी शिकायत पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। गांव सुखदर्शनपुर निवासी विकास ने शिकायत में बताया कि उसके दादी की जमीन को उनके रिश्तेदार बहला-फुसला कर अपने नाम करवाना चाह रहे हैं। उन्हें धमकी भी देते रहते हैं। उन्होंने उपायुक्त को उनकी जमीन की रजिस्ट्री रोकने की शिकायत दी।
डा. यश गर्ग ने जिला परिषद सीईओ को मजदूरी जारी करवाने के निर्देश दिए। रामसिंह व धनीराम ने शिकायत में बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में मनरेगा योजना के तहत 90 दिनों तक काम किया है। इस काम में चार मजदूर और एक मिस्त्री शामिल था। आज तक उन्हें उनके काम का मेहनताना नहरीं मिला है। इसके लिए वो अधिकारियों को बार-बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
उपायुक्त ने एचएसवीपी को मामले की जांच कर कब्जा हटवाने के निर्देश दिए। सेक्टर-10 निवासी नवनीत कक्कड़ ने शिकायत में बताया कि उसके घर में पास प्राइवेट स्कूल बना हुआ है। स्कूल ने सरकारी जगह पर कब्जा किया हुआ है। जिस वजह से वहां के पानी की निकासी नहीं हो पाती है। बरसात के समय में समस्या और ज्यादा गंभीर हो जाती है। जिसका समाधान करवाया जाए।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक, जिला परिषद के सीईओ गगनदीप सिंह, एसडीएम गौरव चैहान, नगराधीश मन्नत राणा, जिला राजस्व अधिकारी डा. कुलदीप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी विशाल सैनी समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे।