पहली व दूसरी कोरोना संक्रमण लहर के अनुभवों से सीख लेकर करें संभावित लहर से निपटने की पूर्ण तैयारी : अनिल विज
-प्रदेश को ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में करें कार्य, 50 बैड क्षमता वाले निजी अस्पताल लगाएंगे ऑक्सीजन प्लांट
-संभावित संक्रमण लहर से निपटने को लेकर प्रशासन गंभीरता के साथ तैयारियों में जुटा : उपायुक्त अनीश यादव
-स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने वीसी से की संभावित संक्रमण लहर की तैयारियों की समीक्षा, मुख्य सचिव विजय वर्धन ने भी दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए समय रहते सभी आवश्यक प्रबंधों को पुख्ता कर लिया जाए, ताकि बाद में किसी प्रकार की दिक्कतों को सामना न करना पड़ें। संक्रमण की पहली व दूसरी लहर के अनुभवों के आधार पर संभावित संक्रमण लहर से निपटने की पूर्ण तैयारी करें।
स्वास्थ्य मंत्री मंगलवार को वीडियो कॉफे्रेंस के माध्यम से संभावित तीसरी संक्रमण लहर की तैयारियों की समीक्षा करने के दौरान जिला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षकों व संबंधित अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्य सचिव विजय वर्धन ने भी संभावित लहर से निपटने को लेकर किए जा रहे प्रबंधों व तैयारियों बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा ने भी कोविड नियमों की अनुपालना बारे आवश्यक निर्देश दिए। वीसी में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, एफसीआर संजीव कौशल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। लघुसचिवालय स्थित वीडियो कॉफ्रेंस रूम से उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह, सीएमओ डा. मनीष बंसल ने वीसी में भाग लिया।
अनिल विज ने कहा कि हमने पहली व दूसरी संक्रमण लहर से एकजुटता व टीम वर्क के साथ निपटने में कामयाबी हासिल की है। संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर सहित संबंधित विभागों ने जिम्मेवारी के साथ अपना पूर्ण सहयोग दिया। हालांकि इस दौरान कई दिक्कतों व परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। लेकिन संक्रमण की तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है, उसमें इस प्रकार की दिक्कतें व कठिनाईयों का सामना ना करना पड़े, इसके लिए अभी से पुराने अनुभवों से सीखते हुए अभी से तैयारियां पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि प्रदेश को ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर बनाना है, इसलिए इस दिशा में अधिकारी गंभीरता से कार्य करें। सभी 50 बैड की क्षमता वाले निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जोकि छ: माह में लगाए जाने हैं। उन्होंने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे ऐसे अस्पतालों का दौरा कर ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया की जानकारी लें और इस दिशा में तेजी से कार्य करवाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 95 लाख लोगों को वैक्सीनेशन किया जा चुका है। सभी जिला उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि वैक्सीन की दूसरी डोज अवश्य लगे, ताकि बीमारी की गंभीर स्थिति से बचा जा सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि जिला में कोरोना वेरियंट कमेटी का गठन किया जाए, जिसमें उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, सीएमओ आदि को शामिल किया जाए। कमेटी में आईएमए के सदस्यों को भी रखा जाए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन, वेंटीलेटर व आईसीयू बैड की संख्या बढाने की दिशा में कार्य करें। इसके साथ ही सभी सीएचसी में ऑक्सीजन बैड की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम बनाकर डेथ ऑडिट करवाकर मृत्यु के कारणों का पता लगाएं, ताकि मृत्यु दर पर रोक लगाई जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण इलाज से संबंधी उपकरणों व दवाईयों के रेट निर्धारित किए गए हैं, जिन्हें आवश्यकता अनुसार रिवाईज भी किया जा सकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं पर भी बीमारी के नाम पर लोगों से अतिरिक्त चार्ज न लिया जाए।
उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि संभावित कोरोना लहर से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। जिला की सभी सीएचसी में ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिला के उपमंडल डबवाली में ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। इसी प्रकार शीघ्र ही सामान्य अस्पताल सिरसा में भी ऑक्सीजन प्लांट का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में वैक्सीनेशन कार्यक्रमों के माध्यम से पात्र लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अब तक जिला में 3 लाख 83 हजार से अधिक का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। उपायुक्त ने बताया कि जिला में 50 बैड क्षमता के दो निजी अस्पताल हैं। इनमें ऑक्सीजन प्लांट की प्रक्रिया का निरीक्षण कर इस दिशा में तेजी से कार्य करने बारे दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोविड को लेकर राज्य की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की दृढता से अनुपालना करवाई जा रही है। कोविड नियमों की उल्लंघना करने पर 1366 चालान किए गए हैं और समय-समय पर एसओपी गाइड लाइन की पालना सुनिश्चित करने के लिए पुलिस व प्रशासन द्वारा निरीक्षण भी किया जा रहा है।