पराली का उचित प्रबंधन कर लाभ कमाएं किसान : एसडीएम
-एसडीएम राजेंद्र कुमार ने ग्रामीणों को किया पराली न जलाने के लिए जागरूक
एसडीएम राजेंद्र कुमान ने कहा कि किसान पराली को जलाने की बजाये उसका उचित प्रबंध करके उससे लाभ कमाएं। सरकार की ओर से पराली का प्रबंधन करने पर एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से राशि दी जा रही है। किसान पराली प्रबंधन योजना का लाभ उठाकर पर्यावरण स्वच्छता में अपना सहयोग करें।
एसडीएम ने वीरवार को जिला के गांव नेजाडेला कला, पनिहारी व फ रवाई में किसानों को परली न जलाने के लिए जागरुक किया। उन्होंने कहा कि धान की पराली जलाने से वायु प्रदूषित होती है जिस कारण कई प्रकार के श्वास संबंधी रोग होने के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति भी खत्म हो जाती है। इसलिए किसान पराली को जलाएं ना बल्कि उसका सदुपयोग करते हुए बेहतर प्रबंधन करें।
उप कृषि डा. बाबू लाल ने बताया कि पहले जहां पराली की गांठ बनाकर पराली प्रबंधन करने पर ही एक हजार रुपये दिये जाते थे। सरकार ने इस बार पराली को जमीन में मिलाकर पराली प्रबंधन करने वाले किसानों को भी एक हजार रुपये प्रति एकड़ देने का निर्णय लिया है। इसका लाभ उठाने के लिए किसान जिसके लिए किसानों को एग्रीहरियाणाडोटजीओडोटइन पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने बताया कि किसानों को जागरूक करने हेतु विभाग द्वारा 5 डेमो वैन चलाई जा रही है तथा गांव, ब्लाक व जिला स्तर पर किसान जागरूकता शिविर लगाए जा रहे है। इस अवसर पर उपमंडल कृषि अधिकारी डा. सतवीर सिंह ने बताया कि किसान अपने नजदीकी कस्टम हायरिंग सेंटर से संपर्क करके कृषि यंत्रो द्वारा धान की पराली का प्रबंधन करें।