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पत्रकारिता सच्ची व तथ्यों पर आधारित व लोगों की भलाई के लिए होनी चाहिए-श्यामलाल बंसल

-राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में प्रसिद्ध समाज सेवी एवं उद्योगपति ने मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत

-पत्रकारिता एक कठिन कार्य, पत्रकारों को जान जोखिम में डालकर भी करना पड़ता है कार्य- नगराधीश

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प्ंाचकूला, 16 नवंबर- राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आज लघु सचिवालय के सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में प्रसिद्ध समाज सेवी एवं उद्योगपति श्यामलाल बंसल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता सच्ची व तथ्यों पर आधारित व लोगों की भलाई के लिए होनी चाहिए।
इस अवसर पर नगराधीश श्री विश्वनाथ ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में व प्रदेश मीडिया उपाध्यक्ष संजय आहुजा ने शिरकत की।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री बंसल ने सभी पत्रकार व छायाकारों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होनंे कहा कि 1 नवंबर 1966 को हरियाणा का उदय हुआ था और 16 नवंबर से हम लगातार प्रेस दिवस मना रहे है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले महर्षि नारद मुनि ने पत्रकारिता का आरम्भ किया था। उन्होंने दुराचारियों का विनाश करने के लिए खबरों को राक्षसों से देवताओं तक पंहुचाने का कार्य शुरू किया, जिससे की देवताओं ने बड़ी बड़ी मन्सा रखने वाले व देवताओं पर राज करने वाले राक्षसों का अंत किया। उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल घोषित किया था उस दौरान भी मीडिया बंधुओं ने निष्पक्षता और निर्भिकता से पत्रकारिता करते हुए लोगों तक सारी बाते पंहुचाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान भी मीडिया बंधुओं ने किसानों के बीच में जो गलत लोग घुुस आये थे उन्हें चिन्हित कर पुलिस, प्रशासन व लोगों को अवगत करवाया था।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर नगराधीश श्री विश्वनाथ ने कहा कि पत्रकारिता एक कठिन कार्य है। कई बार पत्रकारों को जान जोखिम में डालकर भी पत्रकारिता करनी पड़ती है। वर्तमान समय में पत्रकारिता में काफी बदलाव आये है। आज सोशल मीडिया ब्लाॅग, डिजिटल व ब्राॅडकास्ट के उदय ने भौगोलिक बाधाओं को तोड़ते हुए समाचार के दायरे में विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि प्रेस को विश्वनियता और स्टीकता व तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता कर लोगों की भलाई के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के समय पत्रकारिता एक व्यवसाय न होकर लोगों में राष्ट्र की भावना को जागरूक करना पत्रकारिता का लक्ष्य था, जिससे देशभक्तों ने अंग्रेजों को भारत से खदेड कर स्वतंत्रता प्राप्त की।
इस मौके पर कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए जिला सूचना एवं लोक संपर्क अधिकारी श्री राजेश कुमार को मुख्यातिथि व नगराधीश ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर चेंजिंग नेचर आॅफ प्रेस थीम विषय पर वरिष्ठ पत्रकार श्री सत्यनारायण गुप्ता, केसी मलकानिया, एसके जैन एवं शिक्षाविद जयबीर सिंह ने अपने विचार एवं अनुभव संगोष्ठि में सांझा किये।
इस अवसर पर इलैक्ट्रोनिक व प्रिंट मीडिया संवाददाता उपस्थित थे।

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