न्यायाधीश सूर्यकांत सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष
समाज के सभी वर्गों को न्याय सुलभ सुनिश्चित होगा
पंचकूला, 15 नवंबर – मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजय कुमार घनघस ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश सूर्यकांत को सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति (एससीएलएससी) के अध्यक्ष के रूप में मनोनीत करने की घोषणा की है। भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना द्वारा किया गया यह मनोनयन तत्काल प्रभाव से लागू है। आधिकारिक अधिसूचना एनएएलएसए द्वारा 12 नवंबर 2024 को आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित की गई।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायमूर्ति बी.आर. गवई का स्थान लेंगे, जिन्हें हाल ही में एनएएलएसए का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति हाशिए पर पड़े और वंचित समूहों के लिए न्याय तक पहुंच को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिन्हें सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने में वित्तीय या सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
यह नामांकन सभी नागरिकों को कानूनी सहायता और समर्थन प्रदान करने के संवैधानिक अधिदेश को कायम रखने के लिए न्यायपालिका की प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा तथा समाज के सभी वर्गों को न्याय सुलभ करवाना सुनिश्चित करेगा।