निजी अस्पताल संचालक इलाज की रेट लिस्ट करें चस्पा ताकि रोगी व उनके परिजनों को न हो कोई असुविधा : उपायुक्त प्रदीप कुमार
– उपायुक्त प्रदीप कुमार ने ली आईएमए के प्रतिनिधियों की बैठक, दिए आवश्यक दिशा निर्देश
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से कहा कि वे निजी अस्पतालों में कोविड के इलाज से संबंधित रेट लिस्ट अस्पताल के बोर्ड पर चस्पा करें ताकि इलाज के लिए आने वाले रोगियों व उनके परिजनों को किसी तरह की असुविधा न हो। वे मंगलवार देर रात्रि अपने कैंप कार्यालय में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, एसडीएम जयवीर यादव, सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार, उप सिविल सर्जन डा. विरेश भूषण सहित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य मौजूद रहे।
उपायुक्त ने बताया कि जिला की ऑक्सीजन का कोटा दो मीट्रिक टन से बढ़ा कर साढे सात मीट्रिक टन कर दिया गया है, इसलिए अब जिला में ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं है। इसके अलावा अस्पताल संचालक अपने सूचना पट्टï पर कुल आइसोलेशन व वेंटिलेटर बैड की संख्या, उपयोग किए जा रहे बैड की संख्या भी चस्पा करें ताकि रोगी के परिजनों को इलाज के संबंध में हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध हो सके तथा किसी प्रकार का संशय न रहे। इसके साथ-साथ अस्पतालों में नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी भी अस्पतालों में हर तरह की स्थिति के बारे में लगातार जिला प्रशासन को अवगत करवाएं। कोई भी निजी अस्पताल ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाओं की कमी का बहाना बना कर रोगी को दाखिल करने से इनकार न करें, अगर उन्हें ऑक्सीजन या दवा संबंधी किसी भी प्रकार की कोई असुविधा है तो वे जिला प्रशासन के तुरंत संज्ञान में लाएं ताकि समय रहते उस समस्या का समाधान किया जा सके। उन्होंने निजी अस्पतालों के संचालकों से कहा कि जिला प्रशासन चौबीस घंटे ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति संबंधी समस्याओं को दूर करने में आपके साथ है।
मानवता का परिचय देते हुए कोरोना संक्रमितों के परिजनों से करें सद्व्यवहार :
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि निजी अस्पताल संचालक व स्टॉफ सदस्य मानवता का परिचय देते हुए रोगियों व उनके परिजनों से अच्छा व्यवहार करें और उनका हौसला बढ़ाएं ताकि वे मानसिक रूप से मजबूत हो। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह जरुरी है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निजी अस्पताल भी अपनी पूरी ऊर्जा लगाएं। इसके लिए अपने अस्पताल में बेहतर इलाज की सुविधा सुनिश्चित करें तथा कोरोना गाइडलाइन की भी पालना करें।