नशे ने किए परिवार के हालात खराब, लेकिन अब दूसरों को दिखा रहे नशा मुक्ति की राह
यदि मन में दृढ इच्छा शक्ति हो तो किसी भी बुराई पर विजय पाई जा सकती है, चाहे फिर वह नशा की लत भी क्यूं न हो। ऐसी ही दृढ इच्छा शक्ति के बल पर कुलदीप, बलविंंद्र सिंह व मेंगा सिंह नशे की दलदल से बाहर निकले। नशे के कारण इनके परिवार के हालात खराब हो गए थे, लेकिन अब नशे की लत से छुटकारा पाकर अपने परिवार के साथ खुशनुमा जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
इन तीनों के साथ नशा को लेकर बातचीत की गई तो इन्होंने अपने अनुभव सांझा किए। कुलदीप सिंह ने अपने अनुभव सांझे करते हुए बताया कि नशा की लत से मैं गलत संगत में फंस गया था। नशे के कारण मेरा काम भी छूट गया, जिसके कारण परिवार के आर्थिक हालात खराब हो गए। घर में कलह रहने लगा और परिवार में रोजाना झगड़ा होता था। ये सब देखकर मैं अंदर से बिल्कुल टूट गया और मैंने प्रण लिया कि मुझे नशा की दलदल से बाहर निकलना है। इसी दृढ इच्छा के साथ मैं कालांवाली के नशा मुक्ति केंद्र में गया। कुछ दिन वहां पर इलाज चला और मैं नशे की लत से बाहर आ गया। आज मैं नशे से पूरी तरह से छुटकारा पा चुका हूं। अब मैं मेरे परिवार के साथ सुखी जीवन व्यतीत कर रहा हंू।
इसी तरह से बलविन्द्र सिंह ने भी अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि वह सेलून चलाता था। नशे की लत लग गई, जिसके कारण दुकान पर कम नशे की तरफ ध्यान रहने लगा। धीरे-धीरे नशे की लत में मैं पूरी तरह से फंस गया, जिसके कारण दुकान बंद हो गई। दुकान बंद होने से मेरे आर्थिक हालात खराब हो गए। नशा मेरे लिए आदत बन गया। नशा खरीदने के लिए परिवार वालों को परेशान करने लगा, जिसके कारण मेरा परिवार दुखी रहने लगा। मेरा नशा छुड़वाने के लिए परिवार ने मुझे नशा मुक्ति केंद्र कालांवाली भेेजा। मैंने भी मन में ठान लिया था कि मुझे इस दलदल से बाहर निकलना है। नशा मुक्ति केंद्र में मेरा इलाज चला और मैंने नशा छोड़ दिया। नशा छोडऩे के बाद दोबारा सेलून चलाना शुरू किया। धीरे-धीरे मेरा जीवन पटरी पर आ गया। आज मैं और मेरा परिवार खुश हैं।
ऐसे ही मेंगा सिंह ने बताया कि वे पिछले 15 सालों से नशे की लत से परेशान था। उन्होंने भी नशा से किस प्रकार उसका परिवार बर्बादी के कागार पर चला गया और कैसे उसने नशा को छोड़ा, इस बारे अपने अनुभव सांझा किए। इन्होंने दूसरों को भी सलाह दी कि नशे से छुटकारा पाया जा सकता है, बस मन में दृढ इच्छा शक्ति हो और अपना इलाज करवाएं।
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि प्रशासन की ओर से जिला को नशा मुक्त करने की दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला में तीन नशा मुक्ति केंद्र चल रहे हैं। इनमें एक कालांवाली तथा दो सिरसा शहर में चल रहे हैं। इन नशा मुक्ति केंद्रों में नशा प्रभावित व्यक्तियों की कांउसलिंग करने के साथ-साथ उनका इलाज भी किया जाता है। यदि कोई नशा से ग्रस्त है, तो वह इन नशा मुक्ति केंद्रों में आकर अपना इलाज करवा सकता है।