आदर्श आचार संहिता के दौरान कैश, शराब, हथियार और अन्य चुनाव संबंधी सामग्री पर निगरानी रखने के लिए किया गया उड़न दस्ते व स्थैतिक निगरानी टीमों (एसएसटी ) का गठन- जिला निर्वाचन अधिकारी

नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता शिविर का आयोजन

सिरसा, 29 जनवरी।


                  उपायुक्त प्रदीप कुमार के दिशा निर्देशानुसार जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा समय-समय पर जिला में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जागरुकता कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में परिषद के तत्वावधान में कम्यूनिटी बेस्ड पीयरलेड इंटरवेंशन (सीपीएलआई) व ऑउटरीच ड्राप इन सैंटर (ओडीआईसी) द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत शुक्रवार को स्थानीय राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय चत्तरगढ़ पट्टïी में जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रिंसिपल सुनीता राय सहित स्कूल स्टॉफ सदस्य उपस्थित थे।


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                  सीपीएलआई से सुनील कुमार व राजीव सिसौदिया ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जिससे एक इंसान ही नहीं बल्कि पूरा परिवार प्रभावित होता है। नशा स्वस्थ समाज के निर्माण में बहुत बड़ी बाधा है और हमें अपनी युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए अभी से सजग होना होगा ताकि युवाओं का भविष्य उज्जवल बन सके। उन्होंने कहा कि शुरुआत में व्यक्ति शौक के तौर पर नशा करता है लेकिन धीरे-धीरे उनको आदत पड़ जाती है। नशा व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से हानि पहुंचाता है। नशे से व्यक्ति की याददास्त कम होते-होते खत्म हो जाती है और व्यक्ति मानसिक रूप से तो परेशान रहता ही  है साथ शारीरिक रूप से भी कमजोर हो जाता है। युवा नशे से दूर रहते हुए अपना ध्यान स्वास्थ्य, शिक्षा, खेलकूद तथा मनोरंजक गतिविधियों में लगाएं।

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                 ओडीआईसी से ट्रेनर सतीश कुमार व अंशुबाला ने कहा कि तनाव से निजात पाने के लिए व्यक्ति नशे का सेवन करता है जोकि उसका ईलाज नहीं है और न ही इसके सेवन से तनाव कम होगा। इससे हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह, सदमा, आयु में कमी आदि रोग हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य असंभव नहीं होता, नशा भी छोड़ा जा सकता है, इसके लिए संकल्प शक्ति का मजबूत होना जरुरी है। उन्होंने कहा कि जिला में दो नशा मुक्ति केंद्र नागरिक अस्पताल सिरसा व कालांवाली में कार्य कर रहे हैं यहां पर मरीज के इलाज की सभी सुविधाएं मौजूद है। उन्होंने कहा कि नागरिक बगैर किसी डर के जिला व पुलिस प्रशासन को नशा बिक्री करने वाले लोगों के बारे में सूचित कर सकते है। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखते हुए उसे पुरस्कृत किया जाएगा और नशा बेचने वाले व्यक्ति को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उल्लेखनीय है कि ओडीआईसी से नशा मुक्त भारत अभियान के तहत 4 लोगों का नशा छुड़वाया जा चुका है।