ट्राईसिटी में पंचकूला ऐसा जिला है जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दहाई अंकों में 18 तक पहंुच गई थीं।
पंचकूला 28 अप्रैल। ट्राईसिटी में पंचकूला ऐसा जिला है जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दहाई अंकों में 18 तक पहंुच गई थीं। इतनी संख्या के बावजूद जिला प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए जिस तैयारी व सक्रियता से काम किया उससे कम्यूनिटी संक्रमण के मामले पर लगाम लगी और नागरिकांे को कोरोना से बचाने के लिए जिला प्रशासन का मजबूत सुरक्षा चक्र अब तक भरोसेमंद और कारगर साबित हुआ।
पंचकूला शहर से आए पहले केस से ही एक्टिव रहा स्वास्थ्य विभाग’
सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर ने कहा कि जिला से भेजे गए सैम्पल के आधार पर खड़क मंगौली में पहला पोजीटिव केस मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने खड़क मंगोली व शहर के उस एरिया के लगभग दो हजार से अधिक घरों को क्वारंटीन पर लिया। क्वारंटीन किए गए घरों में स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद के सेनीटाईजेशन संबंधी उपाय निरंतर जारी रहें और प्रशासन की निगरानी के चलते पूरा एरिया संक्रमण से बचा रहा। इसके बाद सैक्टर 15 में लगातार 9 कोरोना पोजिटिव सदस्यों के पाए जाने के बाद लोगों को संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ओर अधिक मुस्तैदी से जुट गया। प्रशासन के सार्थक प्रयासों से अब 7 सदस्यों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है और उन्हें घर भेज दिया गया है। यह प्रशासन की सबसे बड़ी सफलता है। इसके अलावा दो ओर मामले नेगेटिव आने पर उन्हें भी डिस्चार्ज कर दिया गया है। इस प्रकार जिला में दहाई के आंकड़े में प्रशासन की सक्रियता से कमी आने पर अब केवल 6 ऐक्टिव मामले ही रह गए हैं जिन पर भी शीघ्र ही काबू पा लिया जाएगा।
हालांकि पंचकूला के अधिकतर केस एक स्पेसिफिक एरिया से सामने आए है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के 400 से अधिक कर्मियों की टीम दिन-रात मजबूती से काम कर रही है। कंटेनमेंट जोन में शामिल सैक्टर व गांवों में 50 हजार से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच चुकी है। जिनकी स्कैनिंग व स्क्रीनिंग लगातार की जा रही है। सबसे पहले कंटेनमेंट प्लान पर काम शुरू करते हुए सैंपलिंग को लगातार जारी रखा। जिला के सुरक्षा चक्र को मजबूत बनाए रखने के लिए अब 12 नई मोबाइल टीमों को एक्टिव कर दिया गया है जो हर घर तक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने के अलावा सर्वे कार्यो को पूरा करने में लगी हुई है।
पुलिस नेटवर्क का भी सराहनीय सहयोग
जिला प्रशासन में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पंचकूला जिला में पुलिस के एक्टिव नेटवर्क का भी बड़ा मजबूत रोल रहा है। पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ही नहीं बल्कि पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह स्वयं भी इस दौरान लगातार सक्रिय रहे हैं। मार्च के अंतिम पखवाड़े में ही जिला की पुलिस टीम को पूर्ण रूप से एक्टिव कर दिया और अथक प्रयासों से गांवों एवं शहरों से लोगों को क्वारंटीन करने का अद्वितीय कार्य किया। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त आपरेशन में अब भी लगातार पुलिस का नेटवर्क सक्रिय है जिसके चलते हर गांव से सूचना मिलते ही तुरंत लोगों को टेस्ट के लिए लाया जा रहा है।
मजिस्ट्रेट नियुक्त कर तुरन्त क्वारंटीन जोन बनाए’
उपायुक्त मुकेश आहुजा ने बताया कि कोरोना को लेकर मिले पहले निर्देशों से ही पंचकूला में जिला प्रशासन ने क्षेत्र अनुसार ड्य्टी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिए। साथ ही लॉकडाउन के लिए भी सरकार से विशेष अनुमित प्राप्त कर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ-साथ सुपरवाइजिंग अधिकारी भी नियुक्त किए गए। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से जिलावासियों के बचाव के लिए प्रधान सचिव आनन्द मोहन शरण के मार्गदर्शन में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सभी विभागों ने आपसी कोआर्डिनेशन व टीम वर्क से कार्य किया।
पंचायतों को इस कदर एक्टिव बनाया गया कि गांव में रात को छिप कर दाखिल हुए व्यक्यिों को सुबह ही स्वास्थ्य विभाग के पास भेजा गया। पंचायतों से लगातार मिल रहे इनपुट के आधार पर तुरंत एक्शन लिया साथ ही लाकडाउन के दौरान जिलावासियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो इस पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है। कंटेनमेंट जोन में शामिल सैक्टर व गांवों में आवश्यक खाद्य सामग्री की घर द्वार पर ही डिलीवरी की गई। जरुरतमंदों के लिए 13 शैल्टर होम खोले गए और स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन व राशन उपलब्ध कराने का कार्य भी लगातार जारी है।
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