जीवन में प्रेरणा, सीख और मनोरंजन का स्रोत बनती हैं किताबें-अनिल विज
पुस्तकें हमारे सपनों को पंख देती हैं।
हमें भोगवादी प्रवृत्ति को छोड़ना होगा। प्रकृति हितैषी खेती ही आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत-पी के दास
अच्छा इंसान कभी भी अपनी धरती के साथ नाइंसाफी नहीं करेगा- डा. अलाउद्दीन
विद्युत विभाग विभिन्न विभागों एच एस वी पी, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग, पर्यावरण विभाग, अक्षय ऊर्जा विभाग, महिला बाल विकास विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभा, जिला प्रशासन पंचकूला, शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग जैसे विभागों के साथ आपसी समन्वय में इन्द्रधनुष आडिटोरियम सैक्टर-5 पंचकूला में तृतीय पंचकूला पुस्तक मेला आयोजित किया जा रहा है।
इस पुस्तक मेले के मंच पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सहयोग से विमर्श में मुख्य वक्ता ‘‘प्रकृति खेती समय की मांग ’’ विषय पर विमर्श एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर किताबों की महत्ता पर सुकरात के विचारों का उल्लेख करते हुए डा अलाउद्दीन ने कहा कि ‘‘ सुकरात ने कहा था जिस घर में किताबें नहीं वो घर मुर्दाघर के समान हैं।’’ उन्होंने कहा कि यदि हमें अच्छी बातें करनी है, जीवन में मिठास भरना है तो हमें किताब पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के दौर में किताबों की महत्ता कम नहीं हो सकती, इंटरनेट का सर्वर डाऊन हो सकता है पर शेल्फ में पड़े किताबों का नहीं। उन्होंने कहा कि किताब मनुष्य को अच्छा इंसान बनाता है और अच्छा इंसान कभी भी अपनी धरती के साथ नाइंसाफी नहीं करेगा।
इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए सिया चेयरमैन पी के दास ने कहा कि मनुष्य और प्रकृति का गहरा सम्बन्ध है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपनी भोगवादी प्रवृत्ति को छोड़ना होगा। प्रकृति हितैषी खेती ही आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि हमें स्वस्थ रहना है तो प्रकृति खेती का विकल्प चुनना होगा।
विमर्श में अपने विचार व्यक्त करते हुए ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी मोबाईल से ज्यादा जुड़ी हुई हंै जिससे वो किताबों से दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज मोबाईल समय की जरूरत है परन्तु मोबाईल ही सारी ज्ञान का स्रोत नहीं है।
संचालन करते हुए संस्कृतिकर्मी राजीव रंजन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौती के समय में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि कहा कि मीडिया को भी कृषि की महत्ता को ज्यादा से ज्यादा रेखांकित करना होगा ताकि आम जन कृषि सम्बन्धी सम्स्याओं से रूबरू हो सके।
इस अवसर पर श्री पी के दास, सिया चेयरमैन के द्वारा महानिदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग श्री राजनारायण कौशिक को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने भेजा अपना शुभकामना संदेश
पुस्तक मेले में अनिल विज, ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री हरियाणा सरकार ने अपने संदेश में कहा कि किताब मनुष्य को सबसे सच्ची दोस्त। पुस्तकें हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और पुस्तकें ज्ञान की सच्ची मित्र होती हैं। ये हमारे जीवन में प्रेरणा, सीख और मनोरंजन का स्रोत बनती हैं। पुस्तकें हमारे सपनों को पंख देती हैं।
सायंकालीन सत्र में अनीस आज़मी के निर्देशन में गालिब के खतों की प्रस्तुति
सायंकालीन सत्र में इन्द्रधनुष आडिटोरियम के कान्फे्रंन्स हाॅल में अनीस आज़मी, द्वारा गालिब के खतों की प्रस्तुति की गयी। इस सत्र में रेशमा फारूकी ने गालिब के खतों का परिचय दिया गया।
कल होगा पुस्तक मेले का समापन
10 नवम्बर को पंचकूला पुस्तक मेले का समापन किया जायेगा। इस अवसर पर पुस्तक मेले के संयोजक सभी विभाग पुस्तक मेले में भागीदारी निभाने वाले सभी सांस्कृतिक, प्रतिभागियों, कलाकारों को पुस्तक मेले का सम्मानित किया जायेगा। समापन समारोह में नगर निगम पंचकूला के सहयोग से ‘स्वच्छ पंचकूला-सुन्दर पंचकूला’ विषय पर विमर्श एवं कार्यशाला का आयोजन होगा।