जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा खंड रानियां के गांव गिंदड़ा में नशा मुक्ति सेमिनार किया आयोजित
उपायुक्त प्रदीप कुमार के दिशा निर्देशानुसार जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में समय-समय पर नशा मुक्ति सेमिनारों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा शनिवार को खंड रानियां के गांव गिंदड़ा के ग्राम सचिवालय में नशा मुक्ति सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खारिया के प्राचार्य सदीव सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की तथा राजकीय माध्यमिक विद्यालय रामनगरिया के मुख्य अध्यापक मदन वर्मा बतौर मुख्य वक्ता मौजूद रहे। सेमिनार में जिला रेडक्रॉस सोसायटी सिरसा के सचिव लाल बहादुर बेनीवाल भी मौजूद थे।
मुख्य अतिथि सदीव सिंह ने सेमिनार को संबोधित करते हुए युवाओं का आह्वान किया कि वे स्वयं भी नशा न करें और दूसरों को भी नशा न करने के लिए प्रेरित करें। हम सबको मिलकर यह प्रयास करना चाहिए ताकि युवा वर्ग नशे से दूर रह सके। उन्होंने कहा कि ग्रामिणों को चाहिए कि वे ग्राम स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करें और युवाओं को अच्छे स्वास्थ्य, शिक्षा व खेल जैसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यदि उनके परिवार या आस पड़ोस में यदि कोई व्यक्ति नशा करता है तो नशा मुक्ति केंद्रों में उसका ईलाज करवाएं ताकि वे समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सके। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति नशे की बिक्री करता है तो उसकी सूचना पुलिस प्रशासन के हैल्पलाइन नंबर 88140-11620, 88140-11626 व 88140-11675 अथवा जिला प्रशासन के नंबर 01666-248890 पर दें। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
मुख्य वक्ता मदन वर्मा ने भी उपस्थितजनों को नशा से परिवार व समाज पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने नशा क्या है, नशे के प्रकार, नशा एक बीमारी है, नशे की बीमारी से मुक्ति, नशे के बारे में पैदा हुई गलत धारणाओं व नशा करने वाले व्यक्ति के मुख्य लक्षणों की जानकारी विस्तार से दी। उन्होंने बताया कि हमें नशे में लिप्त व्यक्ति का नशा छुड़वाने के लिए उससे किस प्रकार का व्यवहार करना चाहिए, इस बारे भी अवगत करवाया।
जिला रेडक्रॉस सोसायटी सिरसा के सचिव लाल बहादुर बेनीवाल ने कहा कि नशा समाज के लिए अभिशाप है और यह हमारे समाज को खोखला करता जा रहा है। विशेषकर युवा पीढ़ी को नशे की लत से दूर रहकर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए शिक्षा के साथ साथ अन्य गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस परिवार में नशा होता है, वह परिवार आर्थिक व सामाजिक तौर पर पिछड़ जाता है।
सेमिनार में नशा न करने बारे उपस्थितजनों को शपथ दिलवाई गई। नशामुक्ति अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं व ग्रवित वालंटियर्स को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। सेमिनार मे जिला रैडक्रास सोसायटी की ओर से उपस्थित महिलाओं को तुलसी के पौधे के गमले देकर पर्यावरण स्वच्छ रखने का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सरपंच तारा देवी मूंड, पंच ममता रानी, मूर्ति देवी, विजय सिंह नौखवाल, सुभाष टाक , महावीर सिंह, उषा रानी, पार्वती देवी आशा वर्कर, छात्रा तमन्ना, सहयोगी ग्रवित वालंटियर्स विरेंद्र मलेठिया, मोहित धुंधवाल, राधेश्याम जाखड़, प्रवीन नौखवाल , मुकेश जाखड़, पुरुषोत्तम भाटीवाल, नीरज बशीर, कुलदीप, धर्मपाल, हरि सिंह, डा. इंद्रसैन, बृजलाल सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।