जिला में अबतक दो लाख 62 हजार से अधिक परिवार पहचान पत्र बने, 80 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा : उपायुक्त प्रदीप कुमार
– भविष्य में परिवार पहचान पत्र के माध्यम से मिलेगा सरकारी योजनाओं व सुविधाओं का लाभ : उपायुक्त
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि भविष्य में नागरिकों को प्रदेश सरकार की योजनाओं व सुविधाओं का लाभ पात्र लोगों को पारदर्शी व सरलता से मिले इसके लिए जिला में परिवार पहचान पत्र बनाने का कार्य तेजी से जारी है। भविष्य में परिवार पहचान पत्र के माध्यम से ही पात्र नागरिकों को योजनाओं व सुविधाओं का लाभ मिलेगा, इसलिए नागरिक अपना परिवार पहचान पत्र जरुर बनवाएं। उन्होंने बताया कि जिला में अभी तक 2 लाख 62 हजार 963 लोगों के परिवार पहचान पत्र बनाए जा चुके हैं। जिला में परिवार पहचान पत्र का 80 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है और जल्द ही परिवार पहचान पत्र का शतप्रतिशत पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नागरिक अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सैंटर में जाकर परिवार पहचान पत्र निशुल्क बनवा सकते है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाबद्ध तरीके से परिवार पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं और जल्द ही शतप्रतिशत कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने ने बताया कि समय-समय पर परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य की समीक्षा की जा रही है, वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं निगरानी रखे हुए हैं और साथ में फीडबैक लेते हैं। परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य में सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की अहम भूमिका रहती है। ये सभी स्वयं का परिवार पहचान पत्र बनाने के साथ-साथ आमजन को परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति सरल – अंत्योदय केंद्र, कॉमन सर्विस सैंटर, बीएलओ के माध्यम से परिवार पहचान पत्र बनवा सकता है। उन्होंने कहा कि कॉमन सर्विस सैंटर में परिवार पहचान पत्र में शुद्धिकरण या अपडेट करवाया जा सकता है, इसके लिए वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड आदि दस्तावेज आवश्यक हैं। परिवार पहचान पत्र बनने से सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ संबंधित व्यक्तियों को मिलना सुनिश्चित होगा। यह बहुत ही महत्वकांक्षी योजना है। सरकार की सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए परिवार पहचान पत्र देना अनिवार्य हो गया है।