जिला को बाल मजदूरी से बनाए मुक्त व बाल मजदूरी रोकने के लिए उठाएं कारगर कदम- मोनिका गुप्ता
बाल मजदूर बच्चों को पढाने के लिए स्कूलों में करवाएं दाखिल
भीख मांगवाने वालों और भट्ठों व ढाबों में बाल मजदूर मिलें, उनके खिलाफ करें सख्त कार्रवाई-उपायुक्त
पंचकूला 28 अप्रैल- उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि जिला में बाल मजदूरी रोकने के लिए कारगर कदम उठाएं और जिला स्तरीय गठित कमेटी औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रस्तुत करे।
उपायुक्त बाल एवं बंधुआ मजदूरी को लेकर आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी।
उपायुक्त कहा कि विभाग बाल मजूदरी पर अंकुश लगाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही बाल मजदूरी में पाए जाने वाले बच्चों को पढाने के लिए स्कूलों में दाखिल करवाया जाए। उन्होंने कहा कि विशेषकर ढाबों पर बाल मजदूरी को लेकर चैकिंग की जाए और जिन ढाबों में बाल मजदूरी करते हुए पाया जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाने के लिए इसकी सूचना 1098 हेल्पलाईन नम्बर पर दें।
बैठक में श्रम विभाग द्वारा बाल मजदूरी में मिले 3 बच्चों के बारे में अवगत करवाया गया। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि अगली बैठक में तीनों बच्चों की स्कूल में दाखिल कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और गैर सरकारी सदस्यों द्वारा सूचना दिए जाने पर तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाए ताकि जिला से बाल मजदूरी पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि भीख मांगना अपराध है। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को रेड लाईट व अन्य स्थानों पर भीख मांगने वाले बच्चों पर भी कार्रवाही करने के निर्देश दिए ताकि उनकी यह बुराई छुडवाकर उन्हें स्कूल में दाखिल कर शिक्षा दी जा सके। उपायुक्त ने डीएफएससी से जिला में चल रहे भट्ठों के बारे में विस्तार से जानकारी ली व लेबर विभाग को इन भट्ठों पर रेड कर बाल मजदूरी एवं बंधुवा मजदूरी करवाने वालों पर कार्रवाही करने व बच्चों को मुक्त करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, एसडीएम कालका संयम गर्ग, डीडीपीओ विशाल पराशर, नायब तहसीलदार हरदेव सिंह, सहायक लेबर कमीशनर अंजना, डीएफएससी नितिन सिंगला, लेबर इंस्पेकटर किरण वर्मा, तेजबीर सिंह सहित गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।