जिला के 60 आंगनवाड़ी केंद्र होंगे प्ले स्कूल में तबदील, खेल के साथ पढाई की भी होगी व्यवस्था : उपायुक्त प्रदीप कुमार
-आंगनवाड़ी वर्करों को प्ले स्कूल संचालन के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण, खेल-खेल में पढाई करवाने के सिखाए जाएंगे गुर
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित करने की महत्वपूर्ण पहल की है। योजना के तहत अब आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में तबदील किया जाएगा। जिला के 60 आंगनवाड़ी केंद्र जोकि स्कूलों में चलाए जा रहे, उन्हें प्ले स्कूल के रूप में अपग्रेड किया जाएगा। अपग्रेड आंगनवाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल की तर्ज पर खेल व पढाई की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी, ताकि बच्चे खेल-खेल में पढाई भी कर सकें। इसके लिए आंगनवाड़ी वर्करों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें उन्हें खेल के माध्यम से पढाई कैसे करवाई जाए, इसके लिए गुर सिखाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल के रूप में अपग्रेड करने का मुख्य उद्ेश्य बच्चों को शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ जोडऩा है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इन प्ले स्कूलों में बच्चों की सेहत के साथ-साथ शिक्षा से जोडऩे का कार्य किया जाएगा। जिसके तहत जिले की 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूलों में तबदील करने का कार्य शुरू कर दिया है। जिनमें प्ले स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को पढ़ाई करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 साल तक के बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जाता है।
अपग्रेड आंगनवाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल जैसी होंगी सुविधाएं :
उपायुक्त ने बताया कि जिला के अपग्रेड किए जाने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल की तर्ज पर सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी, जिसमें खेल व शिक्षा गतिविधियों से जुड़ी सुविधाएं शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों में वॉल पेटिंग, खेल-खिलौने के साथ-साथ अन्य गतिविधियां आयोजित करवाई जाएंगी, जिसमें बच्चे खेल-खेल में पढाई भी करेंगे और स्वास्थ्य दृष्टि से भी लाभ उठाएंगे।
आंगनवाड़ी वर्करों को दिया जाएगा प्रशिक्षण :
आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पढ़ाई करवाने का कार्य किया जाएगा। इससे पहले जिला मौलिक शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संयुक्त रुप से आंगनबाड़ी वर्करों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में खेल खेल में पढ़ाई करवाने के बारे में गुर दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण का संचालन डाइट के प्रशिक्षकों द्वारा किया जाएगा। जिसके लिए शेड्यूल बनाया जा रहा है। प्ले स्कूल खोलने के बाद स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त किए हुए आंगनबाड़ी वर्करों को प्रमोट किया जाना है, लेकिन इससे पहले सरकार की ओर से इनके चयन को लेकर प्रशिक्षण सहित अन्य कार्यक्रम चलाए जाएंगे।