सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

जिला की मंडियों में 19139.5 मीट्रिक टन धान व 1368.45 मीट्रिक टन बाजरा की हुई खरीद : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

सिरसा, 17 अक्तूबर।


                उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि वीरवार तक जिला की मंडियों खरीद केंद्रों पर 19139.5 मीट्रिक टन धान व 1368.45 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की जा चुकी है।

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उपायुक्त बिढ़ाण ने बताया कि अबूबशहर मंडी में धान की 175 मीट्रिक टन खरीद, डबवाली मंडी में 3905 मीट्रिक टन, दड़बी मंडी में 1914 मीट्रिक टन, देसूजोधा मंडी में 43 मीट्रिक टन, डिंग मंडी में 103 मीट्रिक टन, ऐलनाबाद मंडी में 306 मीट्रिक टन, कालांवाली मंडी में 2674 मीट्रिक टन, लोहगढ़ मंडी में 433 मीट्रिक टन, रानियां मंडी में 1879 मीट्रिक टन, रोड़ी मंडी में 2059 मीट्रिक टन, सिरसा मंडी में 4721.5 मीट्रिक टन, सुरतिया में 737 मीट्रिक टन तथा थिराज में 186 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है।


                उन्होंने बताया कि जिला में बाजरा की खरीद भी खरीद केंद्रों पर सुचारु रुप से जारी है। नाथूसरी चौपटा खरीद केंद्र पर 392 मीट्रिक टन, रानियां खरीद केंद्र में 115 मीट्रिक टन, रोड़ी खरीद केंद्र पर 61 मीट्रिक टन, गोरीवाला खरीद केंद्र पर 79 मीट्रिक टन, सिरसा खरीद केंद्र में 492.95 मीट्रिक टन तथा ऐलनाबाद खरीद केंद्र में 228.5 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की है।

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सामूहिक संकल्प से ही पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश संभव : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण


                उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि पराली जलाने से वातावरण प्रदूषित होने के साथ-साथ फेफड़ों व श्वास संबंधी कई गंभीर रोग फैलने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा सर्दी व धूएं से कोरोना का फैलाव भी बढ़ सकता है। इसलिए नागरिक सजगता का परिचय देते हुए पराली को न जलाएं बल्कि पराली के अवशेषों को पशुचारे के रुप में प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति पराली को आग न लगाएं और दूसरों को भी इस बारे में जागरुक करें। सामूहिक संकल्प से ही हम अपने जिला को प्रदूषण मुक्त बना सकते हैं।

               उन्होंने किसानों से अपील की कि वे फसल अवशेष प्रबंधन को अपनाएं, धान के फानों को जलाने की बजाए उनका प्रबंधन करें। उन्होंने यह भी कहा कि फसल अवशेषों को खेत में ही प्रयोग करें और अपनी भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाएं। इसके अलावा पराली के समुचित प्रबंधन के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों व मंडी सचिवों को सरकार की ओर से सख्त हिदायत है कि मंडियों में किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न आने दें और धान का उठान भी समय पर करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे अपनी फसल को सूखाकर मंडियों में लेकर आएं।