जल संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेवारी, एकजुटता से देना होगा योगदान : नगराधीश गौरव गुप्ता
नगराधीश गौरव गुप्ता ने विश्व जल दिवस के अवसर पर साइकिल जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखा कर किया रवाना
नगराधीश गौरव गुप्ता ने कहा कि जल प्रकृति का सबसे अनमोल उपहार है, इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है, इसलिए जल संरक्षण आज विश्व की सर्वोपरि प्राथमिकताओं में से एक है। जल की बर्बादी को रोकने के लिए हमें अपने घर से ही शुरुआत करनी चाहिए, समझदारी व सजगता से हम जल का संरक्षण कर सकते हैं।
यह बात नगराधीश श्री गुप्ता ने सोमवार को स्थानीय लघु सचिवालय परिसर में प्रतिभा वूमेन वैलफेयर सोसायटी की ओर से विश्व जल दिवस के अवसर पर आयोजित साइकिल जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाने उपरांत कही। साइकिल यात्रा में शामिल महिलाओं ने लघु सचिवालय परिसर से गांव रामनगरिया, भंभूर, नानकपुर, ओटू, गोबिंदपुरा से होते हुए रानियां ब्लॉक तक आमजन को जल के महत्व का महत्व का संदेश दिया। इस अवसर पर एसडीओ कालूराम, प्रतिभा एनजीओ की मोबिलाइजर गगन, नीशू, प्रवीण, पूजा, प्रतिभा, साक्षी, परमजीत, महेंद्र कौर, एडीसी कार्यालय से रोहताश, सतबीर आदि मौजूद थे।
नगराधीश ने कहा कि पानी की बर्बादी को रोकने, इसकी महत्ता को समझाने व लोगों को स्वच्छ जल मुहैया कराने के लिए हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है। जल है तो कल है, इसके बिना पृथ्वी पर किसी भी जीव का जीवन संभव नहीं है। जल संरक्षण केवल किसी एक विभाग का या संस्था का काम नहीं है, बल्कि यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है और सभी की एकजुटता से ही जल संरक्षण संभव हो सकता है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों व शिक्षकों को बच्चों को अभी से ही जल के महत्व के बारे में समझाना होगा ताकि वे प्रकृति के इस अनमोल उपहार को अपने भविष्य के लिए संरक्षित कर सके। उन्होंने कहा कि व्यर्थ बह रहे जल की बर्बादी को रोकने के साथ-साथ बरसाती पानी का संरक्षण करना भी बेहद जरूरी है, जिससे भूजल स्तर को भी बढ़ाया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक हर घर तक नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत जिला में कार्य प्रगति पर है।
प्रतिभा वूमेन वैलफेयर सोसायटी की प्रधान विमला सिंवर ने कहा कि स्वच्छ जल मानव जीवन की मूलभूत आवश्यकता है, क्योंकि जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आमजन को जल का व्यर्थ बहाव न करने तथा जल का सदुपयोग करने के लिए अधिक से अधिक जागरूक करें। जल संरक्षण में महिलाएं अपना महत्वपूर्ण योगदान दें और दूसरों को भी जल बचाव मुहिम से जुडऩे के लिए प्रेरित करें।