जल संरक्षण को बढावा देने के लिए किसान अपनाएं सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली : उपायुक्त अजय सिंह तोमर
-सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से 70 प्रतिशत जल की होती है बचत
उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने जिला के किसानों से हरियाणा सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को अपनाने का आह्वïान करते हुए कहा कि सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से 70 प्रतिशत जल की बचत होती है। जो जल संरक्षण को बढावा देने के लिए कारगर साबित हो सकती है। इसलिए सभी किसान अपनी आने वाली पीढियों को शुद्ध जल रूपी प्राकृतिक संपदा देकर जाना चाहते है तो आज ही उन्हें जल संरक्षण को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य करने चाहिए ताकि अन्य लोग भी जल बचाओ अभियान के प्रति जागरूक हो सके।
उपायुक्त ने कहा कि सरकार का भी सिंचाई प्रणाली योजना के प्रति यही उद्देश्य है कि कम से कम पानी में अधिक से अधिक उत्पादन किया जाए। इसलिए ही हरियाणा सरकार ने किसानों को कृषि से संबंधित सिंचाई के जो नए आधुनिक तकनीकी साधन मुहैया करवा रही है। उन्होंने कहा कि इस विधि में रासायनिक उर्वरकों को योजना के तहत ड्रिप स्प्रिंकलर पर 85 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त योजना के तहत पुराने कुओं का पुनर्जन्म, छत के पानी का एकत्रीकरण, टिब्बे पर सूक्ष्म सिंचाई व्यवस्था तथा खेती योग्य भूमि को शत-प्रतिशत पानी के प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी। योजना के तहत असिंचित क्षेत्र के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कृषि से फसल की पैदावार को दोगुना करने के लिए इस प्रकार की योजनाओं को प्रदेश में लागू किया है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए पहले ही विशेष शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। टपका सिंचाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से 70 प्रतिशत जल की बचत होती है और इस प्रणाली से पौधों को जरूरत के हिसाब से पानी मिलता है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई योजना का लाभ उठाने के लिए वेबसाइट cadaharyana.nic.in पर जानकारी ली जा सकती है।