चंंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए 30 जून तक अंतर्राज्यीय बस सेवा बंद करने का फैसला किया है।
चंंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए 30 जून तक अंतर्राज्यीय बस सेवा बंद करने का फैसला किया है। जबकि चंडीगढ़, पंजाब व हरियाणा द्वारा चलाई जा रही त्रिकोणीय बसें चलती रहेगी। यह फैसला आज प्रशासक वी. पी सिंह बदनौर की अध्यक्षता में हुई वार रूम की बैठक में लिया गया है। बैठक में इसके अलावा अन्य राज्यों से हवाई जहाज व टे्रनों से आने वालो यात्रियों की पूरी स्कीनिंग की जायेगी व 14 दिनों तक घरों में ही क्वारेंटाइन किया जायेगा।प्रशासक ने यह भी आदेश दिये कि जो यात्री बाहर से आयेंगे उनको अनिवार्य रूप से आरोग्य सेतु अनुप्रयोगों को डाउनलोड करना होगा और स्व-निगरानी करनी होगी। जितना संभव हो सकेगा यूटी प्रशासन रैंडम चेकिंग करेगा।
बैठक में यह भी तय किया गया कि सड़क मार्ग से चंडीगढ़ आने वाले व्यक्तियों को स्व-जनित दस्तावेज रखना होगा, जिसे प्रशासन की वैबसाइट से मोबाइल फोन के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है। इससे प्रशासन को उनकी यात्रा और निवास का ट्रैक रखने में मदद मिलेगी। यह स्पष्ट किया गया कि यह दस्तावेज परमिट या पास नहीं है। यह केवल आधिकारिक रिकॉर्ड के लिए एक यात्रा सूचना दस्तावेज होगा। जबकि सरकारी / सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम / निजी कर्मचारी जो कार्यालय में उपस्थित होंगे, उन्हें पहचान पत्र के उत्पादन पर अनुमति दी जाएगी।प्रशासक ने पीजीआईएमईआर के बारे में अपनी संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि चिकित्सा संस्थानों के बीच देश में दूसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज को 10 अंकों की रैंकिंग में सुधार के लिए भी बधाई दी।जिलाधीश मनदीप सिंह बराड़ ने कहा कि श्रम विभाग के प्रयासों के माध्यम से, 800 निजी नियोक्ताओं ने बापू धाम कॉलोनी निवासियों के लंबित वेतन जारी किए हैं, जो कंटेनर एरिया के कारण अपने काम में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि यूटी, चंडीगढ़ में 3,51,476 आरोग्य सेतु एप्लीकेशन डाउनलोड किए जा चुके हैं।
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