गाय के संवर्धन और गीता के प्रचार के लिए किया जा रहा कार्य – मुख्यमंत्री
अध्यात्म से ही अमन चैन और सामाजिक सौहार्द की भावना सम्भव
संत महापुरुष प्रचार योजना से लोगो में उनके विचार लाए जा रहे
भगवान कृष्ण की लीलाएं जीवन को राह दिखाती
पंचकूला 21 नवंबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री के श्री नरेंद्र मोदी के कथन अनुसार गंगा की स्वच्छता, गौ माता की संवर्धन, गीता का प्रचार और युवाओं में अध्यात्म के माध्यम से संस्कृति एवं संस्कार डालने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री गत सांय इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में आयोजित ब्रज रस कथा के अवसर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस ब्रिज रस में आचार्य पुंडरी गोस्वामी कथा वाचक लोगों को कथा सुना कर भाव विभोर कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने गौ सेवा का बजट बढ़ाकर 40 करोड रुपए से 400 करोड रुपए का करने का कार्य किया है। इसके अलावा जो किसान अपने घरों में गाय का पालन करेगा उसे 30000 रुपए की राशि सरकार की ओर से दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस बजट से प्रदेश में 500 से अधिक गौशालाएं हो गई है। इन गौशाला में सरकार ने चारे की व्यवस्था करने का भी प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि समाज के बड़े-बड़े सज्जन गायों के अभियान में भरपूर सहयोग करते हैं। सरकार इन गौशालाओं गायों की सेवा के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि अब पंचायती भूमि पर भी गौशालाएं खोली जा सकती हैं। इसके अलावा जो कोई गौशाला के लिए भूमि देगा उसकी सी एल यू की भी आवश्यकता नहीं है गौशाला में शेड बनाने का भी प्रावधान सरकार द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने गाय के बछड़ों को दूध पिलाया और आरती में भी भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने गीता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया है। कुरुक्षेत्र में गीता के पवित्र स्थल वट वृक्ष के नीचे भगवान श्री कृष्ण ने 5100 वर्ष पहले गीता का संदेश दिया था उसे हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती मना कर फैलाया जा रहा है। हर वर्ष एक देश और राज्य पार्टनर के रूप में कार्य करता है। इस प्रकार 10 सालों में संस्कृति और विचारों का समावेश करके मजबूती प्रदान करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विश्व स्तर पर वह आतंकवाद, लड़ाई, भय जैसे वातावरण चल रहा हैं जिसका स्थाई समाधान अध्यात्म से ही संभव हो सकता है।
उन्होंने कहा कि स्वामी पुंडरी भी धार्मिक आयोजन कर भक्ति रस कथाओ के माध्यम से समाज में समरसता और संतुलन लाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बोलचाल की भाषा में रामायण और कथाओ का प्रचार प्रसार होता है तो वह लोगों पर काफी प्रभाव डालता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने संत महापुरुष विचार सम्मान योजना के तहत संतो की जयंती मनाने का अवसर प्रदान किया है। इनके माध्यम से महर्षि वाल्मीकि गुरु नानक देव, गुरु तेग बहादुर, ज्योतिबा फुले, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जैसे महान संतों के विचार जन-जन तक पहुंचा जा रहे हैं।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली, भाजपा की उपाध्यक्ष बनतो कटारिया, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, श्याम लाल बंसल, संजय आहूजा, हर्ष गर्ग, सुनील शर्मा, रोशन लाल, परमजीत, रजनीश कौर, अनुराधा सहित कई पदाधिकारी और गिरिराज सेवा संस्थान के माध्यम से बृज माटी कृष्ण बांसुरी, ब्रिज गाय पर की जा रही भक्ति रस कथा वाचक के सहयोगी मौजूद रहे।