गांव मौली में जिला स्तरीय किसान क्लब की बैठक एवं फसल अवशेष प्रबंधन पर जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन
किसान फसल अवशेषों को न जलाकर और फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करके 1000 रूप्ये प्रति एकड के रूप में अनुदान का लाभ प्राप्त करे
पंचकूला, सितंबर 20: उप कृषि निदेशक पंचकूला डा0 सुरेन्द्र यादव की अध्यक्षता में गांव मौली खण्ड रायपुर रानी में जिला स्तरीय किसान क्लब की बैठक एवं फसल अवशेष प्रबंधन पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में जिला पंचकूला के किसान क्लब के सदस्यों एवं प्रगतिशील किसानों ने बढ-चढ कर भाग लिया। जिला कृषि विभाग, उघान विभाग, मतस्य पालन आदि विभागों से पहुँचे अधिकारियों द्वारा किसानों को अपने विभागों से संबंधित किसान हितैषी योजनाओं के बारे में अवगत करवाया गया।
कृषि विज्ञान केन्द्र पंचकूला से आमंत्रित कृषि वैज्ञानिक डा0 गुरनाम सिंह ने किसानों को फसल प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने किसानों से कृषि आधारित व्यवसाय अपनाने का आहवान किया और फसलों के अवशेष जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी डा0 राहुल बडकोदिया ने भूमि संरक्षण से संबंधित विभिन्न स्कीमों के बारे में जानकारी दी और मिटटी की जांच की महत्वता के बारे में बताया।
बागवानी विकास अधिकारी डा0 किरण व मतस्य अधिकारी श्रीमती नीलम कटारिया ने अपने-अपने विभागों से संबंधित स्कीमों के बारे में किसानों को जानकारी दी।
उप कृषि निदेशक पंचकूला डा0 सुरेन्द्र यादव ने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए विभाग द्वारा कस्टम हायरिंग सेंटर एवं व्यक्तिगत कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है । उन्होंने किसानों से आहवान किया कि वे विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए समय रहते पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करें। सभी अधिकारियों ने जिले में गत दो वर्षों में फसल अवशेष जलाने की कोई भी घटना दर्ज न होने पर उपस्थित किसानों का धन्यवाद किया तथा किसानों से आहवान किया कि भविष्य में भी फसल अवशेषों को न जलाकर सरकार के निर्देशानुसार फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करके 1000 रूप्ये प्रति एकड के रूप में अनुदान का लाभ प्राप्त करे।
इस कार्यक्रम में मण्डल भूमि संरक्षण अधिकारी, डा0 रमेश चाहर, उप मण्डल कृषि अधिकारी, डा0 जितेन्द्र शर्मा, डा0 जय प्रकाश शमार्, विषय विशेषज्ञ, खण्ड कृषि अधिकारी रायपुर रानी श्री अमनदीप सिंह व कार्यालय का अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा।