गांव माधोसिंघाना विकास एवं स्वच्छता में बना अग्रणी
गांव के युवा सरपंच की प्रगतिशील सोच ने दिलवाई गांव को नई पहचान

जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर बसा गांव माधोसिंघाना जहां प्रगति के पथ पर अग्रसर है वहीं यह गांव स्वच्छ गांव के रुप में भी विख्यात है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में इस गांव में करोड़ों रुपए की ग्रांट से अनेकों विकास कार्य किए गए हैं जिससे ग्रामीणों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हुई है। सरपंच पवन कुमार बेनीवाल ने बताया कि विकास कार्यों, स्वच्छता व अन्य सामाजिक कार्यों में गांव की जिला में अलग ही पहचान है।
गांव के युवा सरपंच पवन कुमार बेनीवाल के अनुसार गांव माधोसिंघाना जहां विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है वहां करीब 12 हजार की आबादी व 6300 मतदाताओं वाला यह गांव स्वच्छ, सुंदर, पूर्णत: खुले में शौच मुक्त, शांति प्रिय, सौहार्दपूर्ण व आदर्श गांव है। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि गांव माधोसिंघाना लगभग 300 वर्ष पहले बसा था। यह माधो सिंह के नाम पर बसा हुआ है। गांव में स्थापित गौरव पट्टï से साफ झलकता है कि गांव में जैलदार, भांभू, बिरड़ा, बेनीवाल, कस्वां, जान्दु, पूनिया, ब्राह्मïण, कंबोज, अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति व अन्य अल्प संख्यक वर्गों के लोग भी मिलजुल कर रहते हैं। गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती बाड़ी व पशुपालन है। गांव में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा व गऊशाला बने हुए हैं। गऊशाला में ही प्राचीन टाली बाबा का मंदिर है जहां पर हर वर्ष 31 जनवरी को विशाल सत्संग व भंडारे का आयोजन किया जाता है जिसमें लगभग 30 हजार लोग अपनी आस्था व्यक्त करने पहुंचते हैं।
इस गांव में राजकीय पशु औषधालय, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, राजकीय प्राथमिक पाठशाला, जलघर, पार्क, शिवधाम, 132 केवी बिजलीघर, बस क्यू शैल्टर, आंगनवाड़ी केंद्र, डाकखाना व टेलीफोन एक्सचेंज व अन्य सुविधाएं भी हैं। इसके अलावा गांव में शानदार मुख्य चौक बनाया गया है और चौक में लोगों के बैठने की सुविधा के लिए बैंच स्थापित किये गए हैं। साथ ही चौक में हरे भरे पौधे व ट्री-गार्ड भी लगवाए गए हैं, जो गांव की सुंदरता को निखारते हैं। गांव में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।
इस गांव में किसानों की सुविधा के लिए दी माधोसिंघाना प्राथमिक कृषि सहकारी समिति लि., हैफेड, केंद्रीय सहकारी बैंक की शाखा, भारतीय स्टेट बैंक व अन्य सुविधाएं भी हैं। इनमें खाद, बीज, कृषि रसायन, पशु आहार व अन्य सुविधाएं माधोसिंघाना व आसपास के गांव के किसानों को दी जाती हैं। गांव के लोग शिक्षा के प्रति बेहद जागरुक है विशेषकर बेटियों की शिक्षा को विशेष महत्व देते हैं। ग्रामीणों को जागरुक करने के उद्देश्य से गांव के स्कूल, अस्पताल व अन्य जगहों पर स्वच्छता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण व अन्य सामाजिक समरसता का संदेश देते नारे लिखे गए हैं, जो ग्रामीणों को सामाजिक कार्य करने के प्रति निरंतर प्रेरित करते हैं।
होनहार युवक विजय वर्धन सारस्वत ने यूपीएससी 2018 परीक्षा में प्राप्त किया 104वां रैंक
इस उच्च शिक्षा व महान खिलाडिय़ों की भूमि है। गांव के होनहार युवक विजय वर्धन सारस्वत ने संघ लोक सेवा आयोग 2018 की परीक्षा में 104वां रैंक प्राप्त करके जिला व गांव का नाम रोशन किया, विजय वर्धन सारस्वत को गुजरात में आईपीएस कैडर मिला है और इन दिनों वे हैदराबाद में अंडर ट्रेनिंग है। इसके अलावा इस गांव के गौरव पट्टï पर आईआईटी दिल्ली से बीटैक विक्रम धायल, राष्टï्रीय स्तर हैंडबाल के खिलाड़ी अशोक जान्दु, राष्टï्रीय स्तर निशानेबाज खिलाड़ी हर्ष बेनीवाल व कृपा राम बेनीवाल के नाम अंकित हैं। इसके अलावा यह गांव महान विभूतियों का गांव रहा है। यहां के व्यक्तियों ने आजाद हिंद फौज व भारतीय सेना में देश के लिए विशेष योगदान दिया। इनमें आजाद हिंद फौज के आसाराम बीरडा, पन्नाराम, जगराम, दुल्लाराम पूनिया, भारतीय सेना के पूर्णा राम स्वामी, राम सिंह बीरडा, हरबंस सिंह, बाज सिंह, राम स्वरुप यादव, लखी राम स्वामी, सीआरपीएफ के असिस्टैंट कमांडर गगनदीप धायल, जल सेना के संजीव सुथार, वायु सेना के बलबीर बैनीवाल के नाम अंकित हैं।