अब तक मंडियों में 99356 मीट्रिक टन धान में से 94815 मीट्रिक टन धान का हुआ उठान

गांव कंगनपुर में रैली निकाल ग्रामीणों को दिया स्वच्छता का संदेश

सिरसा, 09 अक्तूबर।


              जल स्वच्छता सहायक संगठन एव जनस्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रुप से ग्राम पंचायत के सहयोग से गांव कंगनपुर में रैली निकाल कर ग्रामीणों को स्वच्छता का संदेश दिया। विभाग द्वारा उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण के दिशा निर्देश में जिला के ग्रामीण व शहरी ईलाकों में स्वच्छता पखवाड़े के तहत प्रतिदिन सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं। अभियान के तहत जिला में 17 अक्तूबर तक स्वच्छता पखवाड़े के दौरान सभी वार्डों, मुख्य बाजारों, चौक चौराहों पर स्वच्छता गतिविधियों लगातार चलाई जाएंगी।

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              गांव कंगनुपर में स्वच्छता रैली का शुभारंभ गांव की सरपंच सुखजिंदर कौर ने किया। इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधि गुरविंदर सिंह, जिला सलाहकार राकेश सोगलान, खंड संसाधन संयोजक राजेश कुमार, पंच, नंबरदार, आंगनवाड़ी वर्कर व सक्षम भी उपस्थित थे।


              सरपंच सुखजिंदर कौर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता ही मानव के विकास का आधार है, बिना स्वच्छता के मानव अपने जीवन का विकास नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छता को निरंतर अपने व्यवहार व आदतों में शामिल करके जीवन का हिस्सा बनाना होगा तभी जाकर हम अपने आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ व गंदगी मुक्त रखने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि हमें पॉलिथीन के थैलों का प्रयोग करने की बजाय कपड़े या जूट के बने थैलों का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि वे अधिक मजबूत होते हैं और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाते। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक को जलाना नहीं चाहिए और ना ही मिट्टी में दबाना चाहिए क्योंकि प्लास्टिक जलाने से भिन्न प्रकार की जहरीली गैसें निकलती है जिससे कैंसर जैसी भयंकर रोगों का खतरा बढ़ जाता है और प्लास्टिक को मिट्टी में दबाने से हमारी भूमि की उपजाऊ शक्ति नष्ट हो जाती है।

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              स्वच्छता रैली से पूर्व ग्राम सचिवालय में जल एवं सीवरेज समिति का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में खंड संसाधन संयोजक डॉ बलदेव राज ने कहा कि जिस ग्रामीण परिवार में पीने के पानी की सुविधा नहीं है, उस परिवार को जल जीवन मिशन के तहत नियमित आधार पर पर्याप्त मात्रा में निर्धारित गुणवत्ता वाला पेयजल, नल के माध्यम से उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में 2022 तक यह कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है इसलिए जल एवं सीवरेज समिति को सक्षम बनना होगा ताकि जनभागीदारी बढ़ाकर गांवों में पीने के पानी से संबंधित समस्या न रहे।


             प्रशिक्षण दौरान खंड संसाधन संयोजक हरी सिंह भिंढासरा ने बताया कि जल जीवन मिशन का संबंध केवल पानी के बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के विषय से ही नहीं है बल्कि इसमें भिन्न-भिन्न हित धारकों का क्षमता संवर्धन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जल सीवरेज समिति की जिम्मेदारी और उत्तरदायी नेतृत्व की क्षमता को प्रशिक्षण के माध्यम से बढ़ाया जाएगा ताकि पंचायत अपने स्तर पर पानी संबंधी सारी योजनाओं का संचालन कर सके।