गर्मी के मौसम के चलते उपायुक्त ने नागरिकों से की पेयजल को व्यर्थ नहीं बहाने की अपील
-प्रत्येक जिलावासी जल संरक्षण में करें अपनी भागीदारी सुनिश्चित
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने गर्मी के मौसम के चलते जिलावासियों का आह्वान किया कि वे पीने के पानी को व्यर्थ न बहाएं। गर्मी के मौसम में जल संरक्षण का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। जल संरक्षण जरूरत भी है और यह हमारा कर्तव्य भी है। इसलिए सभी जिलावासी जल संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। पेयजल से संबंधित किसी भी समस्या के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का टोल फ्री नंबर 1800-180-5678 पर संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम धीरे-धीरे अपने परवान पर चढ़ता जा रहा है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है वैसे-वैसे पानी की खपत बढ़ती जा रही है। नागरिकों को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में सभी नागरिकों को पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी मिले, इसको लेकर उनके द्वारा सिंचाई विभाग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और पंचायत विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर जरूरी निर्देश दिए जा चुके हैं।
उपायुक्त ने कहा कि जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि गर्मी के मौसम के दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए नहरी पानी के अलावा ट्यूबवैलों से पानी सप्लाई की वैकल्पिक व्यवस्था जरूर रखें। नागरिकों को पेयजल का संकट का सामना न करना पड़े। इसी कड़ी में उन्होंने गर्मी के मौसम में पानी की अधिक खपत को देखते हुए नागरिकों से जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी द्वारा बताए गए पानी की बचत के उपायों पर पेयजल की बर्बादी रोकने का आह्वान किया है।
इस प्रकार कर सकते हैं पानी बचत:-
– अपने घर या आस-पास में पानी के रिसाव को ठीक करवाएं।
– अपने गार्डन में होज नोजल का उपयोग करें।
– घर में शॉवर का कम से कम इस्तेमाल करें।
– अधिक कपड़े एक साथ धोएं। पेयजल से अपने वाहन को न धोएं।
– कार धोने के लिए बाल्टी और कपड़े का इस्तेमाल करें।
– पशुओं को पेयजल से न नहलाएं।
– घर में पानी के नल को खुला न छोड़े।
– बर्तन आदि साफ करते समय बाल्टी का प्रयोग करें।
– बारिश के पानी को संचय करें और उसे व्यर्थ न बहाएं।