खेलों में बेहतर प्रशिक्षण व सही मार्गदर्शन से ही लक्ष्य की प्राप्ति संभव : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि अगर बच्चों को अभिभावकों का प्रोत्साहन और खेल प्रशिक्षक का सही मार्गदर्शन मिले तो वे निश्चित ही जीवन में बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। अभिभावक बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ न केवल खेल तथा अन्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करे बल्कि उनकी रुचि अनुसार आगे बढऩे के लिए हौसला बढ़ाएं। इसके अलावा अभिभावक बच्चों के स्वास्थ्य और पोष्टिïक भोजन का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि यदि बच्चे शारीरिक तौर पर स्वस्थ होंगे तो खेल के साथ-साथ शैक्षणिक कार्य में भी रुचि बढ़ेगी।
उपायुक्त प्रदीप कुमार वीरवार को देर सांय स्थानीय बाबा भूमणशाह चौक के नजदीक स्थित दि रामेश्वर जांगड़ा स्पोर्टस ट्रस्ट बॉक्सिंग अकादमी द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे। समारोह में उपायुक्त ने नॉर्थ इंडिया चैंपियनशिप में मैडल विजेता बच्चों को सम्मानित कर न केवल उनका हौसला बढ़ाया बल्कि अपनी शिक्षा व खेलों के दिनों के अनुभवों को बच्चों के साथ सांझा किए। गत सात फरवरी से 10 फरवरी तक पंजाब के फाजिल्का में हुई नॉर्थ इंडिया चैंपियनशिप में अकादमी के तीन बच्चों ने स्वर्ण, तीन बच्चों ने रजत व तीन बच्चों ने कांस्य पदक जीत कर जिला, प्रदेश व अपने परिवार का नाम रोशन किया। इस सफलता पर उपायुक्त ने मेडल विजेता खिलाडिय़ों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर अकादमी के मैंटर एवं अर्जुन अवार्डी मंदीप जांगड़ा, खेल प्रशिक्षक परविंद्र फौगाट, मैनेजर विजय देडू सहित खिलाड़ी व उनके अभिभावक मौजूद थे।
उपायुक्त ने कहा कि अगर बच्चों को खेल नर्सरियों में सही मार्गदर्शन व प्रशिक्षण मिले तो निश्चित तौर पर वे खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी सफलता हासिल कर सकेंगे, क्योंकि बच्चों की बचपन से ही नींव मजबूत होगी तो वे अपने जीवन में बड़ी से बड़ी कामयाबी आसानी से हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य का निर्धारण कर कड़ी मेहनत करें और अपने व अपने अभिभावकों के सपनों को साकार करें। प्रशिक्षक छोटे खिलाडिय़ों को खेल के टिप्स के साथ-साथ सही डाइट व शिक्षा के लिए भी उनका मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढऩे और सफलता प्राप्त करने के लिए तंदुरुस्त शरीर में एक स्वस्थ मन का होना बहुत ही जरूरी है। खेल बच्चों को जहां अनुशासन में रहना सीखाता है वहीं उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ता है, जो जीवन में आगे बढऩे में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि खेल या शिक्षा में एकाग्रता होनी बहुत जरूरी है, क्योंकि एकाग्रता व मेहनत से हमें जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है।
अकादमी के मैंटर एवं अर्जुन अवार्डी मंदीप जांगड़ा ने बताया कि सात फरवरी से 10 फरवरी तक पंजाब के फाजिल्का में हुई नॉर्थ इंडिया चैंपियनशिप में दि रामेश्वर जांगड़ा स्पोर्टस ट्रस्ट बॉक्सिंग अकादमी के 18 खिलाडिय़ों ने भाग लिया और तीन स्वर्ण पदक सहित 9 पदक प्राप्त किए। उन्होंने बताया कि झील, रजनी व दीक्षांत ने स्वर्ण, अभिनव, निशांत व सुजल ने रजत व राहुल, शोर्य व सुभाष ने कांस्य पदक हासिल किए।