कोविड -19 के पुन: फैलने की आशंकाओं के चलते चंडीगढ़ के सभी अस्पतालों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं
सचिवालय में कोविड वार रुम में हुई आज की बैठक में चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि हालांकि शहर में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले केवल 31 रह गए हैं फिर भी सीमाओं के खुलने के बाद इसके मरीज़ों की संख्या के बढ़ाने की आशंकाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
प्रशासक ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अरुण गुप्ता को निर्देश दिया कि ऐसी स्थिति में मरीजों को समायोजित करने के लिए सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को तैयार रखा जाए । उन्होंने कहा कि अधिकारियों को दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों पर नजर रखनी चाहिए, ताकि संक्रमण का जल्द से जल्द पता चल सके और उसे समाहित किया जा सके।
प्रशासक ने सुझाव दिया कि पीजीआईएमईआर के अधिकारियों को विभिन्न रोगियों के बीच संक्रमण के घनत्व की भी जांच करनी चाहिए और अन्य राज्यों के साथ तुलना करनी चाहिए, ताकि आगे के नीतिगत निर्णय लिए जा सकें।उन्होंने कोरोना से लड़ने में कड़ी मेहनत करने के लिए डॉक्टरों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, नगर निगम , पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को धन्यवाद दिया, जिसके परिणामस्वरूप सक्रिय मामलों में कमी आई। निगमायुक्त केके यादव ने कहा कि विक्रेताओं को नियमित रूप से जांच की जा रही है और कंटेनर क्षेत्रों में निवासियों को सीटीयू बसों के माध्यम से आवश्यक वस्तुएं प्रदान की जा रही हैं। निगम द्वारा उपयोग के लिए दो नए यांत्रिक सैनिटाइज़र लगाए गए हैं।
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