कोरोना वायरस के चलते लोकडाउन के दौरान पंचकूला स्थित सैक्टर 14 व रायपुररानी के अलावा बिटना की औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की महिला अनुदेशक व विद्यार्थियों ने जिला के लोगों को नो लॉस-नो प्रोफिट के आधार पर डबल लेयर के मास्क बनाकर उपलब्ध करवाने का जो बीड़ा उठाया है वह काबिले तारीफ है।
पंचकुला 12 मई- कोरोना वायरस के चलते लोकडाउन के दौरान पंचकूला स्थित सैक्टर 14 व रायपुररानी के अलावा बिटना की औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की महिला अनुदेशक व विद्यार्थियों ने जिला के लोगों को नो लॉस-नो प्रोफिट के आधार पर डबल लेयर के मास्क बनाकर उपलब्ध करवाने का जो बीड़ा उठाया है वह काबिले तारीफ है। विशेषता यह है कि ये मास्क गुणवत्ता में बेहतरीन है और सुती कपड़े के बनाए जा रहे है।
अनुदेशक व विद्यार्थियों यह मास्क आई टी आई परिसर में सामाजिक दूरी की पालना कर बडी स्ंाख्या में बनाए जा रहे है। यह मास्क इतने किफायती है कि कोई भी गरीब से गरीब व्यक्ति आसानी से खरीद सकता है। आजकल आईटीआई में बन रहे मास्क को लोग अच्छा खासा पसंद कर रहे है जिसकी बदौलत इन मास्कों की सरकारी कार्यालयों के साथ साथ मार्केट में मांग भी डिमांण्ड है। रायपुररानी की ग्रुप इंचार्ज प्रोमिला शर्मा एवं अनुदेशक प्रवीन ने बताया कि डयूटी के साथ-साथ मास्क बनाकर लोगों तक पंहुचाने में आत्मिक संतुष्टि मिलती है। मास्क बनाने से जन सेवा का आभास होता है। अनुदेशकों ने तो यह भी कहा कि समाज को जब तक जरूरत रहेगी ,तब तक मास्क तैयार कर लोगों तक पंहुचाने के कार्य में तत्पर रहेगी।
सैक्टर 14 की प्रधानाचार्य बलविन्द्र ने बताया कि अब तक तैयार मास्क लोगों को उपलब्ध करवाए जा चुके है। पहले 8 रुपये में मास्क उपलब्ध करवाए गए लेकिन अब सरकार की ओर से रेट रिवाईज होकर आए हैं उनमें 10 रुपये प्रति मास्क लोगों को उपलब्ध करवाये जा रहे है। तीनों आईटीआई में लगभग 15 हजार मास्क बनाकर जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाए है। इसके अलावा ओर मास्क बनाने का कार्य जारी है। जिला उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने इन मास्क की विशेष रूप से सराहना की है। इसके अलावा बैंकर्स की ओर से भी उनके पास डिमाण्ड आई है उसे भी पूरा करने में जुटे हुए है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में बने हुए मास्क का उपयोग सरकारी कार्यालयों में भी किया जा रहा है।
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