कोरोना की जंग जीत चुके चिकित्सक इलाज के साथ साथ अपने अनुभव से संक्रमित को ठीक होने की दे रहे हिम्मत
-कोरोना को हरा, अनुभवों से दूसरों में भर रहे जीत का जज्बा
-डा. गोल्डी गुप्ता, डा. काजल अग्रवाल व डा. रणजीत कंबोज ने होम आइसोलेशन के दौरान अनुभवों को किया सांझा
– नागरिकों से किया आह्वान कोरोना से घबराएं नहीं, प्राथमिक लक्षण दिखते ही तुरंत शुरु करेें उपचार
सिरसा, 15 मई।
कोरोना संक्रमित होने पर यदि समय पर इलाज शुरू किया जाए और व्यक्ति अपने अंदर ठीक होने का हौसला रखें तो कोरोना को निश्चय ही हराया जा सकता है। कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि इससे संयम और धैर्य के साथ लड़े तो जीत निश्चित है। ये बात कोरोना बीमारी से ठीक हो चुके स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने अपने अनुभव सांझा करते हुए कही। डा. गोल्डी गुप्ता, डा. काजल अग्रवाल व डा. रणजीत कंबोज कोरोना की जंग जीत चुके और अब जज्बे और सेवाभाव के साथ संक्रमितों का इलाज के साथ-साथ अपने अनुभव से उन्हें ठीक होने की हिम्मत भी दे रहे हैं।
नागरिक अस्पताल सिरसा में तैनात मेडिकल ऑफिसर डा. गोल्डी गुप्ता ने कोरोना से ठीक होने के अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया की कोरोना बीमारी से घबराने की जरूरत नही है बल्कि हिम्मत व धैर्य बनाकर रखें। लक्षण दिखते ही स्वयं को दूसरों से अलग कर लें और कोविड संबंधी दवाइयों से अपना उपचार शुरू कर दें। इसके साथ-साथ सकारात्मक सोच बनाए रखें और नकारात्मक विचारों से दूर रहें। उचित खान पान लें तथा गर्म पानी पीयें और दिन में गरारे करें और भांप लें। इलाज के साथ-साथ अपने अंदर स्वस्थ होने का हौसला जरूर रखें। इन सभी उपायों को अपना कर इलाज से मैंने खुद कोरोना को हराया है।
नागरिक अस्पताल सिरसा में तैनात मेडिकल ऑफिसर डा. काजल अग्रवाल ने भी संक्रमित होने से लेकर ठीक होने तक के अनुभव सांझा करते हुए बताया कि जैसे ही उन्हें लगा कि उनको कोरोना लक्षण है तो स्वयं को होम आइसोलेट कर लिया। सभी बचाव उपायों की पालना की और खाने पीने में पूरी सावधानी बरती। उन्होंने कहा कि समय पर कोरोना का उपचार ले लिया जाए तो निश्चय ही ठीक हो सकते है। अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते हुए रोगियों का उपचार कर रही है। उन्होंने नागरिकों से आह्वïान किया कि कोरोना से घबराएं नहीं बल्कि प्राथमिक लक्षण दिखते ही तुरंत टेस्टिंग करवा कर अपने आप को घर में ही आइसोलेट कर समय पर कोविड दवाई लेकर उपचार शुरू कर दे।
पीएचसी भावदीन में मेडिकल ऑफिसर डा. रणजीत कंबोज ने कहा कि हमें कोरोना से डरना नहीं है बल्कि धैर्य व हिम्मत का परिचय देते हुये डटकर लडऩा है। नागरिक पूरी सजगता के साथ सावधानी बरतें और कोविड-19 के नियमों की गंभीरता से पालना करें। डा. रणजीत ने बताया कि वे स्वयं कोरोना की चपेट में आ गए थे, लेकिन उन्होंने हौसला रखते हुए घर पर ही परिवार से अलग होकर दवाइयों व आयुर्वेदिक नुस्खों का प्रयोग किया और 10 दिनों में ही उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। उन्होंने कहा कि अगर किसी नागरिक को कोरोना के लक्षण दिखते हैं तो सबसे पहले तो वे हौसला रखें और घबराए नहीं बल्कि संयम व धैर्य रखते हुए चिकित्सक के परामर्श अनुसार अपना उपचार लें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित होने पर अस्पताल में दाखिल होना जरूरी नहीं है, आप घर पर ही छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर कोरोना को हरा सकते हैं।
चिकित्सकों ने अपने अनुभव सांझा करते हुए नागरिकों से आह्वान किया कि कोरोना से घबराएं नहीं, प्राथमिक लक्षण दिखने पर स्वयं को आइसोलेट करें। इसके साथ-साथ चिकित्सक के परामर्श अनुसार दवा लें और सादा भोजन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी नागरिक बचाव उपायों की पूरी गंभीरता से पालना करें, नियमित रूप से मास्क लगाएं, सामाजिक दूरी बनाए रखें और दिन में कई बार अपने हाथों को साबुन से धोएं और सैनिटाइज करें।