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कैप्टन शहीद रोहित कौशल के शहीदी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता।

पंचकूला, 11 नवंबर-   हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि मातृभूमि पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों के बलिदान को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता है। श्री गुप्ता आज यहां जलौली गांव में शहीद कैप्टन रोहित कौशल के 24वें बलिदान दिवस की स्मृति में आयोजित कबड्डी समारोह में लोगों को संबोधित कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि शहीद रोहित कौशल ने जम्मू कश्मीर के लिये भरी जवानी में अपने प्राणों की आहुति दी। आज शहीद रोहित कौशल भले ही हमारे बीच में नहीं है परंतु जम्मू कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने का हर सैनिक का सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 को समाप्त कर पूरा कर देश के सैनिकों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज जम्मू कश्मीर में शांति आई हैं। आपसी भाईचारा उत्पन्न  हुआ है। इस पूरी प्रक्रिया में शहीद रोहित कौशल जैसे बहादुर सैनिकों का अमूल्य योगदान है। 

उन्होंने कहा कि गांव जलौली के वासियों ने इस पवित्र दिन पर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन कर युवाओं को इस शानदार भारतीय खेल में भाग लेने का एक नया मंच प्रदान किया है। खेलों और देशभक्ति का अटूट संबंध है। यदि युवाओं का शरीर बलिष्ठ और मजबूत होगा तो वे देश की सेना के लिये एक अमूल्य धरोहर के समान होंगे। हरियाणा को अपने खिलाड़ियों और सैनिको पर गर्व है। देश के दो प्रतिशत भू भाग वाले इस क्षेत्र से दस प्रतिशत सैनिक और अंतर्राष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में आधे से अधिक पदक विजेता खिलाड़ी हरियाणा के हैं। खेलों से सेना की ओर और सेना से देशभक्ति की ओर जाने का मार्ग प्रशस्त होता है। हरियाणा में इस दिशा में नई मिसाल प्रस्तुत की गई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से युवा नशे की ओर भी जाने लगे है। कैप्टन शहीद रोहित कौशल की स्मृति अवसर पर आयोजित किये जाने वाले कबड्डी प्रतियोगिताओं से युवाओं को न केवल भाग लेने का मंच प्राप्त होता है। अपितु नशों से भी दूर होते है। उन्होंने कहा कि इस तरह की खेल प्रतियोगिताओं में आने के लिये 24 घंटे उनके दरवाजे खुले हैं। 

कार्यक्रम के दौरान कैप्टन शहीद रोहित कौशल के पिता एसएस कौशल ने रोहित कौशल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कैप्टन रोहित कौशल 10 व 11 नवंबर 1995 को जम्मू कश्मीर के डोडा जिला में उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए थे। वे कंपनी कंमाडर थे, जिन्होंने बड़ी वीरता एवं निडरता से उग्रवादियों को सामना किया तथा सीने में गोलियां लगने के बाद भी दो उग्रवादियों को ढेर कर दिया था। भारत सरकार ने उनकी वीरता के लिए मरणोपरांत शौर्य अवार्ड (सेना मैडल) से सम्मानित किया। शहीद कैप्टन रोहित की शहादत से न सिर्फ देश व अपने माता-पिता को गौरवांवित किया, बल्कि वे देश व प्रदेश के युवाओं के प्रेरणास्रोत भी बने। 

कबड्डी प्रतियोगिता में खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिये श्री गुप्ता ने अपने स्वैच्छिक कोष से खिलाड़ियों को 21 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की। कैप्टन शहीद रोहित कौशल के पिता ने 32 हजार रुपये की राशि प्रदान की। कबड्डी प्रतियोगिता में 18 टीमों ने भाग लिया। इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कैप्टन शहीद रोहित कौशल के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 

इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष दीपक शर्मा, पुलिस उपायुक्त कमलदीप गोयल, अतिरिक्त उपायुक्त मनीता मलिक, हरीश राणा, संदीप राणा, वेद पाल, एक्स एमसी सलीम खान, जय गोपाल शर्मा, सतबीर फौजी, वेदपाल शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

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