कृषि अध्यादेशों के नाम पर किसानों को गुमराह कर रही है कांग्रेस : सांसद सुनीता दुग्गल
सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 70 साल के राज के दौरान किसानों के हित व उनकी आमदनी को बढ़ाने की दिशा में कोई कार्य नहीं किया। आज किसान हितैषी होने का ढोंग करते हुए कांग्रेस किसानों को बरगलाने का कार्य कर रही है। कांग्रेस पार्टी धरातल स्तर पर अपना आधार खो चुकी है और इसी बौखलाहट में किसानों को इन अध्यादेशों के नाम पर गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा एमएसपी को लेकर झूठा प्रचार किया गया लेकिन भाजपा सरकार द्वारा खरीफ ही नहीं बल्कि रबी की फसल पर भी एमएसपी घोषित किया गया।
सिरसा लोकसभा क्षेत्र की सांसद सुनीता दुग्गल शनिवार को सिरसा में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर पूर्व विधायक मक्खन लाल सिंगला, वरिष्ठï भाजपा नेता पदम जैन, पूर्व चेयरमैन जगदीश चोपड़ा, सुरेश पंवार आदि मौजूद थे।
सांसद दुग्गल ने कहा कि तीनों अध्यादेश किसानों के साथ-साथ व्यापारियों के हित में भी हैं। किसानों को उनकी उपज बेचने के लिए नए द्वार खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी भी चलेंगी और एमएसपी पर खरीद भी होती रहेगी। अब प्रदेश का किसान जागरुक हो चुका है और वह कांग्रेसी नेताओं के झांसे में आने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि कपास, बाजरा व मूंग की खरीद शुरु हो चुकी हैं और किसान की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। सरकार द्वारा पारदर्शी ढंग से खरीद के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं। खरीद में कालाबाजारी बिल्कुल नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के हित में नीतियां लागू कर रहे हैं और किसानों की आमदनी दौगुनी करने के लिए कृतसंकल्प हैं। किसान परंपरागत खेती को त्याग कर आधुनिक खेती को अपनाएं और कृषि के साथ-साथ बागवानी को बढ़ावा दें जिससे उनकी आमदनी दौगुनी हो व आर्थिक स्थिति मजबूत हो, क्योंकि भारत देश कृषि प्रधान देश है और किसानों की स्मृद्धि से ही राष्टï्र की स्मृद्धि होती है।
विपक्ष को रास नहीं आ रहे किसान हित में आए तीन अध्यादेश : सांसद दुग्गल
सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि किसान हित में आए गए तीनों अध्यादेशों की हर तरफ सराहना हो रही है, जो विपक्ष को रास नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने किसानों को सब्जबाग दिखा कर आंखों में धूल झोंकने का काम किया है और किसानों को बरगलाकर उनके वोट हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि तीनों अध्यादेश प्रदेश के किसान को खुशहाल व उन्नत करने का काम करेंगे। किसान अपनी मर्जी से अपनी फसल बेच सकेगा और किसान पर किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अध्यादेशों में किसानों को अपनी फसल बिक्री के लिए छूट दी गई है और किसी भी प्रकार से एमएसपी कम नहीं होगा। अब वन नेशन-वन मार्केट की तर्ज पर किसानों को अपनी ऊपज किसी भी राज्य में ले जाकर बेचने की आजादी होगी। इससे कृषि उपज का बाधा मुक्त अंतर-राज्य व्यापार संभव हो सकेगा। किसानों को अपना उत्पाद मंडी तक ले जाने की बाध्यता नहीं होगी। इस फैसले से उत्पादन, भंडारण, ढुलाई और वितरण करने की आजादी से व्यापक स्तर पर उत्पादन करना संभव होगा।
कृषि अध्यादेश एक देश – एक बाजार की दिशा में बड़ा कदम : सांसद
सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने मूल्य आश्वासन पर किसान (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता और कृषि सेवा अध्यादेश 2020 को भी स्वीकृति दे दी है। यह अध्यादेश किसानों को शोषण के भय के बिना समानता के आधार पर सामानों की खरीद बिक्री की आजादी देगा। कृषि उत्पादों के लिए एक देश एक बाजार की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। कृषि ऊपज वाणिज्य एवं व्यापार (संवर्धन एवं सुविधा) अध्यादेश 2020 किसानों को उनकी ऊपज देश में किसी भी व्यक्ति या संस्था को बेचने की ईजाजत देता है। इस अध्यादेश से किसानों को अपना उत्पाद देश भर में कहीं भी बेचने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह किसानों की आर्थिक आजादी के लिए उठाया गया सही कदम है। किसान के उत्पाद बेचने के लिये चार विकल्प दिए गए हैं। किसान अपना माल बेचें, उत्पादक संघ बनाकर अपना माल बेचें, किसी व्यवसायी से अनुबंध करके अपना माल बेचें अथवा स्थानीय मंडी में समर्थन मूल्य पर अपना माल बेचें। अनुबंध खेती में ई- रजिस्ट्री में सारा लेखा-जोखा होगा। अनुबंध करने वाला व्यवसायी अपनी शर्तों से भाग नहीं सकेगा। कोई भी व्यवसायी अनुबंध खेती की आड़ में किसानों की जमीन नहीं ले सकेगा। कोई भी व्यवसायी एक बार अधिक धन देकर उसके चुकाने की एवज में किसानों से बंधुआ खेती भी नहीं करा सकेगा। इतना ही नहीं कोई व्यवसायी खेत में यदि ट्यूबवेल व पोली हाउस जैसा ढांचा खड़ा कराता है और यदि वह अनुबंध के बाद निश्चित समय के भीतर उसे नहीं हटाता है, तो किसान उसका मालिक हो जाएगा। इसके अलावा किसानों को नवीनतम खेती की जानकारी मिल सकेगी। इन अध्यादेशों में आवश्यक वस्तु अधिनियम में भी छूट दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दी अटल टनल की सौगात :
सांसद सुनीता दुग्गल ने अटल टनल की सौगात मिलने पर बधाई देते हुए कहा कि यह दुनिया की सबसे लंबी हाईवे सुरंग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सभी मौसम में खुली रहने वाली अटल सुरंग का आज यानी शनिवार सुबह हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में उद्घाटन किया। इस अटल सुरंग के खुल जाने की वजह से मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई। उन्होंने बताया कि अटल सुरंग दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है और 9.02 लंबी सुरंग मनाली को सालों भर लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। पहले घाटी छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी। सुरंग को हिमालय के पीर पंजाल की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच अत्याधुनिक विशिष्टताओं के साथ समुद्र तल से करीब तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है।