कुपोषण की रोकथाम के लिए आमजन का खान-पान के प्रति जागरूक होना जरूरी : एसडीएम दिलबाग सिंह
एसडीएम दिलबाग सिंह ने कहा कि कुपोषण की रोकथाम व इससे बचाव के लिए जन जागरूकता लाना जरूरी है। विशेष कर माताओं एवं बच्चों में होने वाले कुपोषण संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्वस्थ व सुदृढ समाज के लिए महिलाओं व बच्चों का स्वस्थ और तंदुरूस्त होना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कुपोषण की रोकथाम व अच्छे पोषण को बढावा देने के के उद्ेश्य से सरकार जहां विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित कर रही है, वहीं समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चला रही है। इसी कड़ी में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से पोषण अभियान के तहत नाटक मंडलियों द्वारा गांव-गांव जाकर नाटक मंचन कर लोगों को स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वच्छता को लेकर जागरूक किया जा रहा है।
एसडीएम ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से नाटक मंडलियों द्वारा गांवों में नाटकों के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों में खून की कमी को दूर करने, पौष्टिïक भोजन के महत्व बारे जानकारी देने के साथ-साथ प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं बारे में अवगत करवाया जा रहा है। कलाकार नाटक के मध्यम से आमजन को विशेषकर महिलाओं को खान पान व स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही से होने वाली बीमारियों से बचाव के तरीकों बारे जानकारी दे रहे हैं। इसके साथ ही पौष्टिïक आहार लेने व अच्छे स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने का संदेश भी दिया जा रहा है। इसके अलावा आमजन को साफ-सफाई के महत्व के बारे में बताते हुए अपने घरों व आसपास में स्वच्छता का माहौल बनाए रखने की अपील की जा रही है, ताकि गंदगी से फैलने वाली बीमारियों पर रोकथाम लग सके।
गांव मल्लेकां व गांव केशुपुरा में किया गया नाटक मंचन का आयोजन :
पोषण अभियान के तहत गांव मल्लेकां व गांव केशुपुरा में केएल थियेटर की नाटक मंडली ने खुबसूरती के साथ नाटक मंचन कर ग्रामीणों को संतुलित खान-पान के साथ-साथ स्वच्छता के महत्व को परिभाषित किया और लोगों को पौष्टिक आहार को अपने खान-पान में शामिल करने के लिए पेे्ररित किया। पोषण अभियान का उद्ेश्य लोगों को पोषाहार के बारे में अधिक से अधिक जागरूक करना है, ताकि कुपोषण को खत्म किया जा सके।