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किसानों को भा रही है मुख्यमंत्री की मेरा पानी-मेरी विरासत योजना

सिरसा, 27 जून।

जिला में मेरा पानी-मेरी विरासत योजना से लगातार जुड़ रहे हैं किसान              

  मानव जीवन के लिए जल अमूल्य है और जल का और कोई दूसरा विकल्प नहीं है। भावी पीढ़ी के लिए जल का संरक्षण करना और भूजल स्तर में सुधार बहुत जरुरी है। हम अपनी आने वाली पीढ़ी को विरासत में जल के साथ-साथ उपजाऊ भूमि दें जिससे न केवल पर्यावरण में सुधार हो बल्कि हमारी भावी पीढ़ी को बंजर जमीन न मिले।

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                  प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सिरसा में मेरा पानी-मेरी विरासत योजना किसानों को भा रही है और लगातार किसानों का इस योजना के प्रति रुझान बढ़ रहा है। किसान इस मुहिम में लगातार जुड़ते हुए न केवल योजना का समर्थन कर रहे हैं बल्कि भूजल को बचाने का संकल्प ले रहे हैं। जिला में अबतक 8892 किसानों ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए धान की जगह दूसरी फसल लगाने का फैसला करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की इस योजना को सराहनीय बताते हुए समर्थन किया है।

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                  गांव हांडीखेड़ा के किसान नेकीराम सिहाग ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत योजना बहुत ही प्रभावी है। इससे भूजल में सुधार के साथ-साथ किसान फसल सुधारीकरण करके अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से हम न केवल अपनी भूमि को बचा सकते हैं बल्कि जल बचाओ मुहिम में भी आहुति डाल पुण्य भी कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भूमि का गिरता जल स्तर बेहद चिंतनीय है, इसके लिए अगर हम आज नहीं चेते तो हमारी आनी वाली पीढ़ी को बहुत ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष उन्होंने मुख्यमंत्री की पहल से प्रेरणा लेते हुए धान की अपेक्षा 5 एकड़ में नरमा व डेढ एकड़ में बाजरा आदि फसल की बुआई की है।


                  इसी प्रकार अन्य किसान भी इस मुहिम में जुड़ते हुए दूसरी फसलों का अपना रहे हैं, जोकि भविष्य के लिए अच्छा संकेत है। इसी प्रकार किसान रामजी लाल, बलबीर, राम सिंह, पृथ्वी सिंह ने बताया कि हमें जल का महत्व और भूमि की उपजाऊ शक्ति बनी रहे, इसके लिए गंभीरता से सोचना होगा। इस दिशा में यह पहली सरकार है जिसके द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के माध्यम से किसान हित में निर्णय लिया है। इस योजना से सिर्फ और सिर्फ किसान का हित है और इसके माध्यम से हम भूमिगत जल सुधार में योगदान दे सकते हैं।

जिला में 8892 किसानों ने किया मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के लिए रजिस्टे्रशन : उपायुक्त बिढ़ान


                  उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत अबतक जिला में 8892 किसानों ने पार्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है जिससे 30820 एकड़ में (12328 हैक्टेयर) भूमि में अन्य फसलों की बुआई करने की ठानी है। कृषि विभाग द्वारा ऐसे किसानों की टीम बना कर वैरिफिकेशन की जा रही है और किसानों को इस मुहिम में जुडऩे की अपील के साथ-साथ जागरुक भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि खंड सिरसा में 3700 किसानों ने, रानियां में 1108, ऐलनाबाद में 591, नाथूसरी चौपटा में 513, बड़ागुढा में 1356, ओढ़ां में 510 तथा खंड डबवाली में 1114 किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। अब ये किसान कपास, बाजरा, मक्का, दालें व सब्जी / बागवानी जैसी फसलों की बिजाई कर रहे हैं। इस योजना के तहत किसानों को सरकार द्वारा 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इसमें 2 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन करने के साथ ही किसान को दिए जाते हैं और शेष 5 हजार रुपये की राशि फसल तैयार होने पर ही दी जाएगी।

रजिस्टे्रशन करने वाले किसानों का किया जा रहा है वैरिफिकेशन : डा. बाबूलाल


                 उप निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग डा. बाबूलाल ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के बारे में जागरुक किया जा रहा है। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें गांवों में जाकर किसानों को इस मुहिम में जुडऩे के लिए प्रेरित कर रही है और मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत रजिस्टे्रशन करने वाले किसानों की वैरिफिकेशन कर रही है।

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